छत्तीसगढ़

दिनदहाड़े नदी से निकाली जा रही रेत, कार्रवाई के नाम पर महज खानापूर्ति

बिलासपुर। अंत: सलिला अरपा नदी पर रेत माफियाओं का कब्जा इस कदर हो गया है कि नदी से दिनदहाड़े रेत की चोरी की जा रही है। रेत माफिया ये सारी कारगुजारी पुलिस अधिकारियों और खनिज विभाग की मिलीभगत से कर रहे हैं। कार्रवाई का जिम्मा जिन लोगों पर है वही पुलिस और खनिज अधिकारी माफिया के साथ सांठगांठ करके खानापूर्ति कर फोटो खिंचाने में जुटे हुए हैं। हर रोज सुबह से लेकर रात तक रेत खनन में जुटे हुए अरपा नदी में ट्रैक्टर और हाइवा आसानी से देख्ो जा सकते हैं।
थाने से चंद दूरी पर ही चल रही रेत की चोरी
रेत माफियाओं के साथ अधिकारियों की मिलीभगत को लोकस्वर ने अपने कैमरे में कैद किया है। दरअसल हमें लंबे समय से कोनी थाने में पदस्थ पुलिस अधिकारियों के रेत खनन में संलि’ होन्ो और माफिया के साथ सांठगांठ होने की सूचना मिल रही थी जिसके बाद हमने मामले की पड़ताल की। कोनी थाने से महज कुछ सौ मीटर की दूरी पर ही दोपहर 1 बजे हमने बेधड़क रेत खनन में जुटे हुए ट्रैक्टर को पकड़ा।
टीआई चतुर्वेदी पर लगे हैं माफिया से संबंध के आरोप
ऐसा पहली बार नहीं है कि एसआई चतुर्वेदी पर रेत माफिया से सांठगांठ के आरोप लग्ो हों। इससे पहले भी चतुर्वेदी के खिलाफ कई बार शिकायत की जा चुकी है। मिली जानकारी के अनुसार रसूख के चलते ही न केवल एसआई चतुर्वेदी कार्रवाई से बल्कि लंबे समय से कोनी थाने में ही जमे हुए हैं। माफिया के साथ मिलीभगत के सबूत के तौर पर ही घुटकू के कुछ ग्रामीणों ने रेत खनन का वीडियो खनिज अधिकारी मालवे और कलेक्टर को सौंपने के साथ ही अधिकारी उत्तम खुंटे और एसआई चतुर्वेदी पर कार्रवाई की मांग दिसंबर में की गई थी लेकिन अब तक कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है।

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