नरवा, गरूवा, घुरूवा और बारी योजना के क्रियान्वयन पर विशेष ध्यान दें – संभागायुक्त श्री महावर
बिलासपुर 4 फरवरी 2019। नरवा, गरूवा, घुरूवा और बारी योजना के लिये स्थल चयन पर विशेष ध्यान दें ताकि इस योजना का सफल क्रियान्वयन हो सके। राज्य शासन की
यह एक महत्वपूर्ण योजना है। संभागायुक्त श्री टी.सी.महावर ने आज नरवा, गरूवा, घुरूवा और बारी योजना के प्रारंभिक तैयारियों की समीक्षा करते हुए उक्त निर्देश दिये। उन्होंने संभाग के जिलेवार एवं विभागवार समीक्षा की। संभागायुक्त श्री टी.सी.महावर ने इस योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिये
सम्बन्धित विभागों को निष्ठा और मेहनत से कार्य करने के लिये विशेष जोर दिया। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य में प्राकृतिक रूप से नाला उपलब्ध है, जिसे बारह मासी के रूप में जीवित करना है, ताकि पानी रिचार्ज हो सके। इसके लिये
कच्चा नाला, बंधान बनाया जा सकता है। इसी तरह गरूवा से न केवल दूध बल्कि खेती में भी सहयोग प्राप्त होता है। घुरूवा के माध्यम से कम लागत में खाद का उत्पादन होता है। इसी तरह बाड़ी में साग-सब्जी उत्पादन किया जा सकता है। इसमें उद्यानिकी विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है। संभागायुक्त ने शासन के निर्देश के अनुरूप प्रारंभ में प्रत्येक विकासखण्ड में 5-5 गाँव चयन करने के निर्देश दिये, साथ ही इसके क्रियान्वयन के लिये ग्राम स्तर पर भी समिति बनाकर नोडल अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिये। उन्होंने हितग्राही चयन के लिये भी आवश्यक निर्देश दिये। बैठक में संभाग के सभी जिलों के जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, वनमंडलाधिकारी, कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, मछली पालन, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, भूमि संरक्षण सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।