कौशिक की प्रतिक्रिया, चौकीदार चोर है का नारा लगवाकर अपनी अशिष्टता और राजनीतिक संस्कृति का परिचय दे रहे राहुल
रायपुर। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर चोरों के कर्ज माफ करने और उन पर पैसे लुटाने का आरोप लगाकर और चौकीदार चोर है का नारा लगवाकर अपनी अशिष्टता और राजनीतिक संस्कृति का परिचय दे रहे हैं जबकि देश की जनता अच्छी तरह जानती है कि चोर कौन है और किस खानदान के दो लोग जमानत पर हैं और एक अग्रिम जमानत लेकर पूछताछ के दायरे में है।
शीशे के घर में रहकर राहुल गांधी दूसरों के घरों पर पत्थरबाजी कर रहे हैं।
श्री कौशिक ने कहा कि राहुल गांधी बस्तर के लोगों को प्रेम के रिश्ते की दुहाई देकर गुमराह करने में कभी कामयाब नहीं हो पाएंगे क्योंकि कांग्रेस अध्यक्ष को यह याद रखना चाहिए कि आजादी के बाद से कांग्रेस के शासनकाल में आदिवासियों के शोषण की पराकाष्ठा हो गई थी और नमक के भाव पर आदिवासियों से चिरौंजी ली जाती थी। बस्तर में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के भाषण को झूठ की पटकक्षा कहा है। उन्होंने कहा पूरा भाषण झूठ की पटकथा ने ज्यादा कुछ नहीं था।
जिस तरह कांग्रेस आधी अधूरी कर्जमाफी और धान की कीमत को लेकर मुंह मियां मिठ्ठू बन रही वह वाकई में हास्यास्पद है। राफेल सौदे पर लगातार झूठ बोलने वाले हर बार मुंह की खाकर भी झूठ की फैक्ट्री चला रहे हैं और बस्तर के लोगों से कह रहे हैं कि वे झूठ नहीं बोलते! जबकि अपने झूठ को सच बताने के लिए सुप्रीम कोर्ट व कैग संस्था पर भी प्रश्नचिन्ह लगाने से बाज नहीं आए।
चुनाव से पहले हर किसान का हर कर्जा माफ का वादा करने वाले कांग्रेसी नेता पहले अपने गिरेबां में झांक कर देखें कि अब उनके दावे का पूरा सच क्या है? आज प्रदेश के किसान कर्जामाफी के मामले में खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।
इसी तरह धान की कीमत को लेकर भी कांग्रेस किसानों को गुमराह कर रही है। कांग्रेस ने 25 सौ रुपए क्विंटल पर धान खरीदने की घोषणा की थी, पर सरकार ने जो 25 सौ रुपए किसानों को दिए, उसमें 300 रुपए तो भाजपा सरकार द्वारा घोषित बोनस के भी हैं। 22 सौ रुपए में धान खरीदकर झूठ परोसने वालों को तो यह भी पता नहीं है कि प्रदेश की पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने धान की कीमत 1750 और 1770 रुपए प्रति क्विंटल तय की थी, जबकि राहुल गांधी ने यह कीमत 14 सौ-15 सौ रुपए बताकर झूठ परोसा।
नेता प्रतिपक्ष श्री कौशिक ने कहा कि शोषण की इसी बुनियाद पर बस्तर में नक्सलवाद का नासूर पनपा, जिसे कांगे्रस के ही नेता कभी क्रांतिकारी बताते हैं, तो कहीं उन्हीं नक्सलियों से कांग्रेस के लिए समर्थन मांगते देखे जाते हैं। इन्हीं नक्सलियों के अर्बन कनेक्शन पर होने वाली कार्रवाई से सबसे ज्यादा विचलित भी कांग्रेस ही नजर आती है।