राजधानी के रेलवे स्टेशन पर लहराया 100 फीट ऊंचा तिरंगा, रायपुर सांसद रमेश बैस ने किया ध्वजारोहण
आरपीएफ जवानों ने दी सलामी
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के रेलवे स्टेशन पर सोमवार को 100 फीट ऊंचा तिरंगा लहराया गया। रायपुर सांसद रमेश बैस ने ध्वजारोहण किया, जिसके बाद आरपीएफ जवानों ने तिरंगे को सलामी दी। भारतीय रेलवे की ओर से देश के 75 रेलवे स्टेशनों का चयन ध्वज फहराने के लिए किया गया है। इसमें छत्तीसगढ़ के दो रेलवे स्टेशन शामिल हैं।
रायपुर में तीन स्थानों पर लहरा रहा है 100 फीट ऊंचा तिरंगा
रेलवे की ओर से छत्तीसगढ़ में रायपुर और बिलासपुर रेलवे स्टेशन का चयन 100 फीट ऊंचे तिरंगे के लिए किया गया है। इसमें 26 जनवरी को ही बिलासपुर में तिरंगा फहराया गया। अब सोमवार को रायपुर स्टेशन पर भी ध्वजारोहण किया गया। रायपुर स्टेशन लगे तिरंगे की आरपीएफ सीसीटीवी कैमरे से निगरानी रखेगी।
राजधानी में अब तक तीन जगहों पर तिरंगा फहराया जा चुका है। मरीन ड्राइव में पहले ही 205 मीटर ऊंचा तिरंगा लगा है। एयरपोर्ट में भी 100 फिट ऊंचा तिरंगा लगाया गया है। अब स्टेशन परिसर में भी शान से तिरंगा लहरा रहा है। इस दौरान विधायक कुलदीप जुनेजा के साथ ही डीआरएम कौशल किशोर और रेलवे स्टाफ शामिल रहे। इस अवसर पर सांसद रमेश बैस ने कहा कि तिरंगा हमारे आन, बान, शान का प्रतीक है। हर कोई इस झंडे के लिए आहुति देने को तैयार रहता है। इस समय हम झंडा फहरा रहे है. जब देश में एक विषम परिस्थिति है। हमारे 40 जवान शहीद हुए हैं।
कोई भी जवान तिरंगे की आन बन शान को झुकने नहीं देता। यह हमारी देश की शान है और इस शान को रायपुर स्टेशन पर फहरा रहे हैं। इस झंडे को देखकर आम लोगों में राष्ट्रीयता की भावना जगेगी। देश के लिए मरने मिटने की प्रेरणा मिलेगी।
पुलवामा में फिर आतंकियों से मुठभेड़ में 4 जवानों की शहादत पर सांसद रमेश बैस ने दुख जताते हुए कहा कि हमारे 40 जवानों ने शहादत दी है। उसके बाद भी पाकिस्तान चेता नहीं है लगातार सीमा पार से फायरिंग कर रही है। प्रधानमंत्री और सभी पार्टी के नेताओं द्वारा विचार विमर्श कर सभी पहलुओं को देखकर निर्णय लेने तैयार है। उन्होंने कहा कि खुशी है कि इस घटना के बाद विश्व के लगभग 52 देश भारत को समर्थन दे रहे हैं। निश्चित ही सरकार इसको लेकर कोई न कोई कदम उठाएंगे। सरकार देश हित के धीरे धीरे कदम उठा रही है। कुलदीप जुनेजा, डीआरएम कौशल किशोर के अलावा अन्य लोग उपस्थित थे।