बिलासपुर। सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग के तत्वाधान में बुधवार को जरहाभाठा स्थित प्री-मैटिàक बालक छात्रावास मंे गुरु घासीदास लोक कला महोत्सव प्रतियोगिता हुई। इस अवसर पर सिलपहरी कोरमी निरतु करही सहित अन्य स्थानों से आए नर्तक दलों ने अपनी-अपनी प्रस्तुति दी। मांदर, झुमका और झांझ की धुन पर नर्तक दलों की शानदार प्रस्तुति देखते ही बन रही थी। साखी और दोहे के माध्यम से गुरु घासीदास के संपूर्ण जीवन चरित्र का सभी दलों ने अपने-अपने अंदाज में संुदर बखान कर नृत्य करते हुए दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। ० झांकी ने मोहा मन
आयोजन के दौरान गुरु घासीदास के जीवन पर आधारित जीवंत झांकी सजाई गई थी। जिसे देखने लोगों की भीड़ उमड़ती रही। निर्णायक मंडल में शासकीय महाविद्यालय बिल्हा प्रोफेसर सेंडे, रिटायर्ड एसबीआई मैनेजर एनपी कुरर्Þ, शासकीय हॉयर सेकेंडरी स्कूल सकरी के प्राचार्य कमल डहरिया, शासकीय जेपी वर्मा कॉलेज के प्रो. केके सिन्हा रहे।