सीमेंट की कीमतों में वृद्धि, विधानसभा में कहा अब कौन सा टैक्स वसूल रही सरकार
रायपुर। सीमेंट और रेत के कीमतों में वृद्धि पर विधानसभा में विपक्ष ने पूछा अब कौन सा टैक्स सरकार वसूल रही है। विधानसभा में शून्यकाल के दौरान भाजपा के सदस्य नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, नारायण प्रसाद चंदेल, शिवरतन शर्मा, सौरभ सिंह, अजय चंद्राकर ने इस मुद्दे को उठाया और अपने ध्यानाकर्षण सूचना पर तत्काल चर्चा कराने की मांग की। धरमलाल कौशिक ने कहा कि सीमेंट के दर में 20 से 25 रु. तक वृद्धि हो गई है। मांग कम है फिर भी दाम में वृद्धि क्यों? किसको लाभ पहुंचाने के लिए दर में नियंत्रण नहीं किया जा रहा है। सीमेंट कंपनियों को क्यों लाभ पहुंचाया जा रहा है। नारायण प्रसाद चंदेल ने कहा कि यह बहुत लोक महत्व का विषय है। प्रदेश में सीमेंट के दरों में लगातार वृद्धि हो रही है, इस पर रोक लगना चाहिए। शिवरतन शर्मा ने कहा सीमेंट कंपनियों की ओर आरोप के मुद्रा में कहा कि सीमेंट कंपनियां संयुक्त रुप से सिन्डीकेट बनाकर दाम को वृद्धि कर रहे हैं। इस समय बीस से पच्चीस रुपए की वृद्धि दर्ज की गई है।
सौरभ सिंह ने आरोप लगाया कि प्रदेश में रेत के खदानें बंद है जिसके कारण साढ़े चार हजार का रेत अब आठ से दस हजार रुपए के भाव में बिक रहा है। यह गंभीर मुद्दा है इस वृद्धि पर रोक लगनी चाहिए। अजय चंद्राकर ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष एवं हमारे पक्ष के साथियों ने जो मुद्दा उठाया है बहुत गंभीर है, प्रदेश में इस समय सीमेंट एवं रेत के दाम ऊंचाई पर है। पहले सत्तापक्ष के साथी जब विपक्ष में होते थे तब सीमेंट के दाम को लेकर किसी के नाम से टैक्स की बात करते थे। अब सीमेंट के रेट बढ़े है ये किसके नाम से कौन सा टैक्स है? लगातार सीमेंट और रेत के दर गत दो माह में दो-दो बार बढ़े हैं। विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने कहा कि यह विषय मेरे पास आ गया है।