छत्तीसगढ़

अजीत जोगी ने आवारा पशुओं की समस्या का पूछा समाधान

रायपुर। विधानसभा सत्र के आज दसवें दिन प्रश्नकाल के दौरान अजीत जोगी ने आवारा पशुओं के समस्या का मुद्दा उठाया। अजीत जोगी ने प्रदेश में आवारा पशुओं की समस्या का मुद्दा उठाते हुए कहा कि एक गांव से आवारा पशुओं को दूसरे गांव भेजने की समस्या है।.अजीत जोगी ने हर दो-तीन गांव में आवारा पशुओं को रखने के लिए गौशाला बनाने की मांग की।
इस सवाल का जवाब देते हुए मंत्री रविंद्र चौबे ने जानकारी देते हुए कहा कि सुराजी योजना के तहत आवारा पशु के लिए व्यवस्था की जा रही है। साथ ही गरवा प्रोजेक्ट के माध्यम से गौठान बनाकर भी आवारा पशुधन की सुरक्षा की जा रही है। कांग्रेस विधायक सत्यनारायण शर्मा ने पूछा कि किन किन जिलों में कुछ 2015 16 से 25 जनवरी तक सी वीड और सीबीडी जेल तथा एमिनो एसिड की खरीदी किस किस योजना के तहत की गई।
कृषि मंत्री ने दी जानकारी वर्ष 2015-16 से 25 जनवरी 2019 तक उद्यानिकी विभाग की योजनाओं के अंतर्गत कृषको को प्रदाय हेतु आदेशित सीजी डीजे रिमिक्स यूनिवर्सिटी विवरण दी गई है।. सत्यनारायण शर्मा ने कृषि दवाओं की खरीदी में अनियमितता की आशंका जताते हुए जांच की मांग की।
मंत्री ने कहा प्रथम दृष्टया अनियमितता की आशंका है इसके लिए विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करेंगे। मामले में जांच कराएंगे और जरूरत पड़ेगी तो एफ आई आर भी करेंगे। भाजपा सदस्य शिवरतन शर्मा ने पूछा गौशाला का पंजीकरण प्रति गोवंश के लिए कितनी उम्र होनी चाहिए और पंजीकृत संस्था के पीछे कितने खर्च की व्यवस्था करेगी।
मंत्री रविंद्र चौबे ने जानकारी दी कि गौशाला के पास आधा एकड़ जमीन और 50 गौवंश होना जरूरी है। गौशालाओं की लगातार मानीटरिंग की जाती है। 25 रुपए प्रति गौवंश गौशालाओं को दी जाती है। शिवरतन शर्मा ने आरोप लगाया कि पंजीकृत गौशालाओं को 25 रुपए का अनुदान नहीं दिया जा रहा है।
रविंद्र चौबे ने जानकारी दी कि सभी पंजीकृत गौशालाओं के फिजिकल वेरीफिकेशन कराएंगे. उसमें बहुत सारी ऐसी बातें सामने आएंगी कि गौशालाओं की संख्या अधिक बताई गई और अनुदान दिया जाता रहा पर अब इस प्रक्रिया को संशोधित करते हुए जितनी गौशाला है उसी को ही अनुदान दिया जाएगा।

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