चिटफंड कम्पनियों से निवेशकों का पैसा वापस हो रहा तब भी रमन को पीड़ा हो रही : सुशील आनंद शुक्ला
रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह द्वारा दिये गए बयान चिटफंड निवेशकों की रकम वापसी का गलत श्रेय ले रही भूपेश सरकार का कांग्रेस ने कड़ा प्रतिवाद किया है । प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि अपने राज में फर्जी चिटफंड कम्पनियों को प्रश्रय देने वाले रमन सिंह को जब निवेशकों का पैसा वापस होने की प्रक्रिया शुरू हो रही है तब भी पीड़ा हो रही है।
मुख्यमंत्री रहते हुए रमन सिंह, उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी, उनकी पत्नी वीणा सिंह खुद चिटफंड कम्पनियो के दफ्तरों का उद्घाटन करते थे। सरकारी रोजगार मेलो में स्टाल लगा कर चिटफंड कम्पनियां प्रदेश के भोले भाले युवाओं को एजेंट की नौकरियों पर रखते थे। चिटफंड कम्पनी के एजेंट के रूप में इन लोगों ने अपने परिचितों मित्रो रिस्तेदारों का पैसा लगवाया। जब कम्पनियां भाग गई तब इन सरकार के लोगों ने इन्ही गरीब एजेंटों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवा दिया और कम्पनियों के मालिकों को व्यवसाय समेट कर भागने दिया।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विपक्ष में रहते एजेंटों और निवेशकों की लड़ाई लड़ी और आश्वासन दिया था कि कांग्रेस की सरकार बनते ही एजेंटो के मुकदमे वापस होंगे तथा चिटफंड कम्पनियो की सम्पत्तियां जप्त कर निवेशकों के पैसे वापस किये जायेंगे। राज्य में कांग्रेस सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री ने मुकदमे वापसी और निवेशकों की रकम वापसी की प्रक्रिया शुरू कर दी है। विभिन्न कम्पनियों के निवेशकों से आवेदन की प्रक्रिया भी शुरू हो गयी है। शीघ्र ही न्यायाधीश की देख रेख में इसका परीक्षण कर कार्यवाही की जाएगी। अपनी सरकार के समय प्रदेश के लाखों लोगों के साथ हुए इस धोखेधड़ी रोक पाने में असफल रमन सिंह जब कांग्रेस सरकार एजेंटो और निवेशकों के हित में सकारात्मक और प्रभावी कदम उठा रही है तो घड़ियाली आंसू बहा रहे है।