Pahalgam Terrorist Attack: छत्तीसगढ़ के व्यवसायी की पहलगाम आतंकी हमले में मौत, CM विष्णुदेव साय ने परिजनों को 20 लाख की सहायता राशि देने का ऐलान किया
Pahalgam Terrorist Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में छत्तीसगढ़ के रायपुर निवासी व्यवसायी दिनेश

02, May, 2025 | रायपुर/पहलागाम। Pahalgam Terrorist Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में छत्तीसगढ़ के रायपुर निवासी व्यवसायी दिनेश मिरानिया की दर्दनाक मौत के बाद अब प्रदेश सरकार ने उनके परिजनों के लिए 20 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस जघन्य हमले पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि इस दुख की घड़ी में पूरा छत्तीसगढ़ मिरानिया परिवार के साथ खड़ा है।
आतंकियों को मिलेगी कड़ी सजा : मुख्यमंत्री साय
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि यह आतंकी हमला न केवल अमानवीय है, बल्कि सभ्य समाज को झकझोर देने वाला है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि इस निर्मम हत्याकांड के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियां मामले की पूरी सच्चाई सामने लाएंगी और पीड़ित परिवार को शीघ्र न्याय दिलाएंगी।
“प्रदेश स्तब्ध है इस नृशंस हत्या से”
मुख्यमंत्री ने कहा, “दिनेश मिरानिया की हत्या एक अपूरणीय क्षति है। उनका परिवार शादी की सालगिरह मनाने जम्मू-कश्मीर गया था और इस तरह की नृशंस वारदात का शिकार हो जाना, पूरे प्रदेश को स्तब्ध कर गया है।”
घटना की दर्दनाक कहानी
22 अप्रैल को पहलागाम की बैसरन घाटी, जिसे ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ कहा जाता है, वहां दिन में आतंकवादियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी कर दी थी। दिनेश मिरानिया अपने परिवार के साथ वहां मौज़ूद थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आतंकियों ने पहले उनसे कलमा पढ़ने के लिए कहा, और जब वह ऐसा नहीं कर पाए तो बेटी के सामने ही गोली मारकर हत्या कर दी गई।
बेटे ने सुनाई दिल दहला देने वाली आपबीती
मृतक के बेटे शौर्य मिरानिया ने बताया, “मेरे पिता और बहन बैसरन घाटी के खुले मैदान में टहल रहे थे, तभी आतंकवादी वहां पहुंचे और मेरे पिता को कलमा पढ़ने को कहा। जब वे ऐसा नहीं कर पाए, तो उन्हें वहीं गोली मार दी गई।” यह दर्दनाक दृश्य उनकी बेटी ने अपनी आंखों के सामने देखा।
पूरे देश में उठी आक्रोश की लहर
इस घटना के बाद छत्तीसगढ़ समेत पूरे देश में आक्रोश की लहर है। लोगों ने सोशल मीडिया पर इस घटना की निंदा करते हुए आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। वहीं, केंद्र और जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने भी आतंकियों की तलाश तेज कर दी है।



