छत्तीसगढ़

बढ़ते तापमान को रोकने फिर आ रहा चक्रवात, बारिश के संकेत

रायपुर। प्रदेश जनवरी से मौसम में हुई उथल-पुथल का गवाह रहा है। इस बार मार्च में विशेष गर्मी नहीं पड़ी, पारा अधिकतम 41.8 डिग्री तक गया। इसके बाद तापमान 40 डिग्री के करीब बना हुआ है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान था कि 7-8 अप्रैल को तापमान 43 डिग्री तक पहुंच सकता है, लेकिन बीते 24 घंटे में हवा की दिशा क्या बदली, पूर्वानुमान धरे के धरे रह गए। अब इसी तारीख को समूचे प्रदेश में बारिश होने की बात कही जा रही है।
मौसम विभाग की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक मध्य प्रदेश से होते हुए एक द्रोणिका विदर्भ से कोस्टल कर्नाटक तक बनी हुई है, वहीं राजस्थान के ऊपर एक ऊपरी हवा का चक्रवात भी प्रभावित है।
इन दोनों की वजह से बादल आएंगे, बारिश होगी और तापमान जो आसमान की तरफ बढ़ रहने जा रहा था, उस पर ब्रेक लगेगा। आज से 10 अप्रैल तक तापमान में विशेष वृद्धि नहीं होने जा रही है, बल्कि घट सकता है।
मौसम वैज्ञानियों का मानना है कि जिस तरह से मौसम में बदलाव हो रहा है, उससे अप्रैल में पारा 43 डिग्री के ऊपर नहीं जाने वाला। जब पारा ही 43 डिग्री के ऊपर नहीं जा रहा है तो लू चलने की कोई संभावना नहीं है।
शहरों का तापमान
रायपुर अधिकतम 39.6 डिग्री, 0.4 डिग्री गिरा पारा, बिलासपुर 41.0, पेंड्रारोड 40.2, अंबिकापुर 38.8, जगदलपुर 37.9, दुर्ग 39.0, राजनांदगांव 40.5 डिग्री।
अप्रैल में तापमान लगातार बढ़ता जाता है और हवा का दबाव कम होता है। इस माह तापमान, महीने के अंत में 41.0 डिग्री या उससे अधिक पहुंचता है। कभी-कभी 45.0 डिग्री से अधिक तक तापमान पहुंचता है।
मध्य-भारत का तापमान अप्रैल में बहुत ज्यादा नहीं बढ़ने जा रहा है। यह 43 डिग्री के अंदर ही रहेगा, क्योंकि मौसम में आने वाले दिनों में काफी परिवर्तन का पूर्वानुमान है। बीते वर्ष की तुलना में बहुत ज्यादा हुआ तो अधिकतम तापमान में 0.5 फीसद की वृद्धि हो सकती है। – एचपी चंद्रा, वरिष्ठ मौसम वैज्ञानी, लालपुर मौसम केंद्र

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