INDIA ALLIANCE BREAKUP | इंडिया गठबंधन बिखरा …

नई दिल्ली। विपक्ष का बहुचर्चित INDIA गठबंधन अब लगभग खत्म हो चुका है। कांग्रेस पार्टी ने क्षेत्रीय दलों से लगातार “सहयोग की कमी” का हवाला देते हुए गठबंधन से दूरी बना ली है। सूत्रों के अनुसार, नेहरू-गांधी परिवार अब इस गठबंधन को समाप्त करने के पक्ष में है, जिससे विपक्षी राजनीति को बड़ा झटका लगा है।
2025 बिहार विधानसभा चुनाव की करारी हार ने गठबंधन की कमजोर कड़ियों को पूरी तरह उजागर कर दिया। अंदर ही अंदर महीनों से चल रही नाराजगी अब खुलकर सामने आ गई। सीट शेयरिंग पर विवाद बढ़े, चुनावी रणनीति पर असहमति टकराव में बदली और आखिरकार गठबंधन ने दम तोड़ दिया। कांग्रेस और RJD ने एक-दूसरे पर हार का ठीकरा फोड़ा, जबकि अन्य सहयोगी दलों ने नेतृत्व पर सवाल उठाए।
गठबंधन की शुरुआत और पतन –
18 जुलाई 2023 को विपक्ष के 20 से अधिक दल INDIA (Indian National Developmental Inclusive Alliance) बैनर तले साथ आए थे। इसका उद्देश्य था कि भाजपा और NDA के खिलाफ एक मजबूत और संयुक्त मोर्चा तैयार किया जाए। कांग्रेस, RJD, DMK, TMC, AAP, JDU, SP, NCP, शिवसेना (उद्धव गुट) जैसे बड़े दल इसका हिस्सा थे।
2024 लोकसभा चुनाव में गठबंधन ने बीजेपी को पूर्ण बहुमत से दूर रखा—लेकिन सत्ता तक नहीं पहुंच पाया। इसके बाद आए महाराष्ट्र, हरियाणा, छत्तीसगढ़, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश और बिहार के विधानसभा चुनावों में गठबंधन की बड़ी हार ने इसकी नींव हिला दी।
2025 बिहार चुनाव बना निर्णायक मोड़ –
बिहार में विपक्ष को मिली करारी हार गठबंधन के लिए अंतिम झटका साबित हुई। नीतीश कुमार पहले ही NDA में लौट चुके थे, और INDIA पार्टियों में सीट बंटवारे को लेकर गंभीर मतभेद थे।
हार के बाद कई दलों ने कह दिया कि “एक संयुक्त प्लेटफॉर्म की रणनीति असफल रही।” इससे गठबंधन पूरी तरह बिखर गया।
क्यों टूटा INDIA गठबंधन?
नेतृत्व पर असहमति
सीट शेयरिंग पर महीनों विवाद
कई राज्यों में जमीन पर तालमेल न होना
सहयोगी दल एक-दूसरे के खिलाफ लड़ते रहे
चुनावी हारों से आंतरिक विश्वास टूट गया
कुछ राज्यों जैसे बंगाल, पंजाब, दिल्ली और यूपी में सीट शेयरिंग अंतिम समय तक टलती रही, जिससे वोट बंटे और NDA को फायदा मिला।
अब विपक्ष एक बार फिर बिखरी हुई स्थिति में खड़ा है, जिससे बीजेपी को आने वाले चुनावों में रणनीतिक बढ़त मिलने की संभावना बढ़ गई है।



