सोशल फ़ोटो वॉक के माध्यम से छत्तीसगढ़ की संस्कृति और विरासत से रूबरू हुये युवा
रायपुर। मीर फाउन्डेशन द्वारा छत्तीसगढ़ की संस्कृति, पुरातत्व व विरासत को लेकर युवाओं में जागरूकता के लिए 15 अप्रैल से 18 अप्रैल विश्व विरासत दिवस तक अभियान चलाया जा रहा हैं, जिसमें राज्य के विभिन्न जिलों से जुड़े वॉलेंटियर्स द्वारा अलग-अलग शहरों में “सोशल फोटो वॉक” किया जा रहा है, जिसमें युवाओं को अपने-अपने शहर की विरासतों में एकत्र होकर अपनी विरासत को समझने तथा उन विरासतों के इतिहास को जानने के लिए प्रेरित किया जा रहा हैं। अपनी तरह की यह नई पहल छत्तीसगढ़ के विभिन्न शहरों में की जा रही है जिस कड़ी में आज रायपुर में इनोवेटिव मोंक ग्रुप व अन्य युवाओं द्वारा फोटो वॉक किया गया, जिसमें युवाओं ने रायपुर की विरासतों का भ्रमण करते हुए तेलीबांधा मरीन ड्राईव से रायपुर की पहचान घड़ी चौक, अंग्रेज शासनकाल निर्मित जवाहर बाज़ार से प्राचीन बूढ़ेश्वर महादेव मंदिर, किले वाले बाबा की दरगाह से सेंट जोसेफ़ चर्च और 16वीं सदी में बने दूधाधारी मठ तक रायपुर के इतिहास, संस्कृति और विरासतों से युवा रूबरू हुये. अभियान का यह दूसरा साल है, हर साल इसे विश्व विरासत दिवस पर ही किया जाता हैं, जिसमें सोशल मीडिया से जुड़े दुनियां भर से युवा अपने-अपने शहरों से अपनी विरासतों का भ्रमण करके पिक्चर्स शेयर करते हैं।