कांग्रेस शहरी इलाकों में नोटबंदी से नुकसान और बेरोजगारी-जीएसटी को प्रचारित करेगी
रायपुर। कांग्रेस ने लोकसभा की बाकी 7 सीटों में आक्रामक चुनाव प्रचार की रणनीति बनाई है। शहरी इलाकों की इन सीटों पर नोटबंदी से नुकसान और बेरोजगारी-जीएसटी को प्रमुखता से प्रचारित करेगी। तीसरे चरण के प्रचार के लिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी आ सकते हैं।
लोकसभा की बाकी रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, सरगुजा, रायगढ़, कोरबा और जांजगीर-चांपा में 23 तारीख को मतदान होगा। इन लोकसभा क्षेत्रों में शहरी आबादी काफी ज्यादा है। लिहाजा, कांग्रेस यहां प्रचार की रणनीति बदल रही है। उन मुद्दों को प्रमुखता से उठाएगी, जो कि शहरी तबके के लोगों को प्रभावित कर सके। मसलन, नोटबंदी से नुकसान और बेरोजगारी के विषय को प्रमुखता से उठाएगी।
कांग्रेस यहां व्यापारियों की बहुतायत को देखकर जीएसटी के मुद्दे को प्रमुखता से रखेगी। पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में इसमें संशोधन का वादा किया है। इस पर प्रमुखता से चर्चा की जाएगी। पार्टी को छोटे भूखण्डों की रजिस्ट्री पर रोक हटाने और बिजली बिल हॉफ जैसे फैसलों से बड़े फायदे की उम्मीद है। पहले चरण की चार सीटों में प्रचार के लिए पार्टी का कोई बड़ा नेता नहीं आया था। यहां सिर्फ प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल और प्रदेश के नेताओं ने ही प्रचार की जिम्मेदारी संभाली थी।
तीसरे चरण में शहरी लोगों की संख्या को देखकर एक बड़ा रोड शो करने पर भी विचार हो रहा है। शहरी तबका कुछ हद तक भाजपा के पक्ष में रहा है। हालांकि विधानसभा चुनाव में शहरी इलाकों की सीटों में भी भाजपा को हार मिली थी, लेकिन मोदी फैक्टर को नकारा नहीं जा रहा है। इसकी जवाबी रणनीति भी तैयार हो रही है।
सूत्रों के मुताबिक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी अथवा प्रियंका गांधी की दुर्ग से रायपुर तक रोड शो हो सकता है। हालांकि इसको लेकर अभी सहमति नहीं मिली है। अगले दो-तीन दिनों में इसको लेकर कोई फैसला हो सकता
बताया गया कि तीसरे चरण में प्रचार के लिए कुछ फिल्मी हस्तियों को भी पार्टी प्रचार के लिए बुला सकती है। कुल मिलाकर पार्टी यहां आक्रामक प्रचार अभियान चलाएगी।