अजीत जोगी ने भूपेश सरकार पर प्रदेश में कोयला खदान आबंटन में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया
रायपुर। जोगी पार्टी प्रमुख पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने भूपेश सरकार पर प्रदेश में कोयला खदान आबंटन में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। उन्होंने जारी एक बयान में कहा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी विपक्ष में रहते हुए एमडीओ पद्धति से कोयला खदानों के आबंटन का विरोध करते नहीं थकते थे और भ्रष्टाचार का आरोप लगाते थे। उसी मुख्यमंत्री ने अब परसा ईस्ट केते और गिदमुड़ी-पतुरिया खदानों का गुपचुप तरीके से आबंटन कर दिया है। जबकि अडानी समूह को परसा कोयला खदान सरगुजा को कुछ ही समय पहले दी गई थी। तब आरोप लगा था कि यह आबंटन ग्रामसभा की सहमति के बिना फर्जी कागजों के सहारे किया गया था।
श्री जोगी ने कहा है कि एक के बाद एक अडानी ग्रुप को कुल पांच खदानें आबंटित हो गई है। इन खदानों में उत्खनन प्रारंभ करने से पौने दो लाख हेक्टेयर में फैले हसदेव जंगल के घने जंगल लगभग समाप्त हो जाएंगे। इसी क्षेत्र को यूपीए सरकार ने ‘नो गो एरियाÓ घोषित किया था जिसके अनुसार इसके जंगलों की भूमि को किसी भी अन्य कार्य के लिए नहीं दिया जा सकता। अडानी ग्रुप पर सरकार की ऐसी मेहरबानी है कि उनके पास पहले से छत्तीसगढ़ की चार बड़ी खदानें थीं और अब उपरोक्त दो खदानें और दे दी गई है। अडानी को दी गई खदानों के एमडीओ की दर कितनी है उसे भी सार्वजनिक नहीं किया गया है। यह अत्यन्त दु:खद है कि भाजपा शासनकाल में जिसे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भ्रष्टाचार मानते थे वे अब उसी काम को आगे बढ़ा रहे है। मेरी मांग है कि श्री बघेल अडानी को एमडीओ पद्धति से दिए गए खदान के आबंटन को तत्काल रद्द करें।