पुरी से टकराया तूफान फेनी, 175 किमी/घंटे की रफ्तार से चल रही हैं हवाएं
चक्रवाती तूफान फेनी के पूर्वी तट की ओर मुड़ने के कारण ओडिशा में 11 लाख लोगों को तटीय इलाकों से निकाला गया। यह देश का अब तक सबसे बड़ा आपदा पूर्व अभियान है। चक्रवात ने ओडिशा के पुरी में दस्तक दे दी है।
विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) के मुताबिक, तटीय इलाकों से निकालकर लोगों को 880 चक्रवात केंद्रों, स्कूल-कॉलेज की इमारतें और अन्य ठिकानों जैसे सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है।
ओडिशा के 14 जिले-पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, बालासोर, भद्रक, गंजम, खुर्दा, जाजपुर, नयागढ़, कटक, गजपति, मयूरभंज, ढेंकानाल और क्योंझर के चक्रवात की चपेट में आने की संभावना है। वहीं आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में चक्रवात का प्रभाव पड़ने की संभावना है।
चक्रवाती तूफान फेनी की वजह से तीनों सेनाओं को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
मौसम विभाग (भुवनेश्वर) के निदेशक एचटार बिस्वास ने कहा तूफान का प्रभाव शुरू हो गया है।
चक्रवात फेनी का असर गुरुवार को पूरे झारखंड पर पड़ने के आसार है। खासकर राज्य के कोल्हान और संताल के सभी जिलों में भारी बारिश होने का अलर्ट जारी किया गया है। डॉ. एसडी कोटाल ने कहा कि चक्रवात फेनी के कारण झारखंड के पश्चिम बंगाल और उड़ीसा से सटे इलाकों में आंधी के साथ तेज बारिश होने की आशंका व्यक्त की गई है।
एसआरसी बीपी सेठी ने बताया कि इसके उत्तर-उत्तर पूर्व की ओर मुड़ने और पुरी के निकट ओडिशा तट को 3 मई की शाम अधिकतम 170-180 किलोमीटर प्रतिघंटे हवा की रफ्तार से पार करने की संभावना है। इसकी रफ्तार 205 किलोमीटर प्रतिघंटे तक जा सकती है।
बुधवार शाम मुख्यमंत्री नवीन पटनायक तैयारियों का जायजा लेने गए। इस दौरान उन्होंने कहा कि हर जीवन को कीमती बताया। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाएं, बच्चे, बुजुर्ग व्यक्ति और शारीरिक रूप से अक्षम लोगों पर विशेष रूप से ध्यान देने की जरूरत है।
एक अधिकारी ने बताया कि किसी भी संभावित घटना से निपटने के लिए नौसेना, वायुसेना, सेना और तटरक्षक बल को हाई अलर्ट पर रखा गया है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), ओडिशा आपदा रैपिड एक्शन फोर्स (ओडीआएएएफ) और दमकल जवानों को प्रशासन की मदद के लिए संवेदनशीन क्षेत्रों में भेजा गया है।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के एक हालिया बुलेटिन के मुताबिक, ओडिशा में पुरी से करीब 430 किलोमीटर दूर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम, पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी, आंध्र प्रदेश में विशाखापत्तनम से 225 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व और पश्चिम बंगाल के दीघा में 650 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में फेनी चक्रवात केंद्रित है।