सूरत अग्निकांड में 19 बच्चों की मौत, कोचिंग सेंटर मालिक समेत तीन पर केस दर्ज
सूरत के एक चार मंजिला वाणिज्यिक परिसर में शुक्रवार दोपहर आग लगने से एक कोचिंग क्लास के कम से कम 19 छात्रों की मौत हो गई । इनमें से कुछ की इमारत से कूदने की वजह से तो कुछ की दम घुटने से मौत हुई। इस मामले में सूरत पुलिस ने कॉम्प्लेक्स के बिल्डरों सहित तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। जिसमें हरसुल वेकरिया, जिग्नेश और कोचिंग सेंटर के मालिक भार्गव भूटानी का नाम है।
सूरत के सारथाने इलाके में स्थित तक्षशिला कॉम्पलेक्स में लगी भीषण आग का मंजर बेहद खौफनाक था। आग लगने के बाद इमारत में फंसे बच्चे अपनी जान बचाने के लिए ऊपर से ही छलांग लगा दी। सोशल मीडिया पर बिल्डिंग से छलांग लगाते हुए लोगों का वीडियो भी वायरल हो गया है।
राज्य के दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बताया, करीब 10 छात्र आग से बचने के लिए तीसरी और चौथी मंजिल से कूद गए। कई लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बाद में राहत और बचाव कार्य में स्थानीय लोगों ने भी दमकलकर्मियों का सहयोग किया जिससे आग पर काबू पाया जा सका। हादसे में मारे गए सभी बच्चों की मौत दम घुटने या इमारत से कूदने के कारण हुई। हादसे में छात्रों के साथ-साथ कई छात्राएं भी थीं।
अधिकारियों ने बताया कि तक्षशिला परिसर की तीसरी और चौथी मंजिल पर आग लगी थी। आग लगते ही बच्चों के बीच अफरा-तफरी मच गई। कुछ देर में ही आग की लपटें चारों ओर फैल गई।
हादसे के फुटेज भी सामने आए हैं। वीडियो में कई छात्र चौथी मंजिल से कूदते दिखाई दे रहे हैं। एक व्यक्ति ने दो छात्राओं को बचाने की भी कोशिश की। चार की मौत इमारत से कूदने की वजह से हुई।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि दमकल की गाड़ियां आग लगने के आधे घंटे बाद मौके पर पहुंचीं। लेकिन, उस वक्त उनके पास जरूरी उपकरण नहीं थे, जिनके जरिये आग में फंसे बच्चों को बाहर निकाला जा सके। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि जिस वक्त बच्चे इमारत से छलांग लगा रहे थे, उस वक्त दमकल सामने खड़ी थीं। लेकिन उनकी सीढ़ियां ऊपरी मंजिल तक नहीं पहुंच पाईं।
आग बिल्डिंग में आने जाने के लिए बनाई गई सीढ़ियों के पास रखे ट्रांसफॉर्मर में लगी थी। जैसे ही आग लगी अंदर मौजूद छात्र उतरने के लिये नीचे पहुंचे, लेकिन आग की वजह से वह लौटकर चौथी मंजिल पर चले गए, जहां एक फाइबर का शेड था और अंदर जिम के लिए रखी गई रबर की चटाई और टायर के कारण आग ज्यादा फैली, जिससे बच्चे आग की चपेट में आ गए।
घटना के वक्त आग के चलते धुएं का गुबार छा गया। आग लगने के तुरंत बाद ही आसपास यातायात जाम हो गया और लोगों की भीड़ जमा हो गई। लोग मोबाइल पर वीडियो उतार रहे थे, जो देखते ही देखते सोशल मीडिया पर वायरल हो गए।
हादसे के बाद जो जानकारी आई है वो बेहद चौंका देने वाली है। इस इमारत की छत को कवर करके उसमें ट्यूशन क्लासेज चलाये जा रहे थे। इसमें पालिका प्रशासन की लापरवाही भी उजागर हुई है। फायर सेफ्टी की आवश्यक सुविधाओं का भी अभाव था।
हादसे वाली जगह से लगातार ऐसी तस्वीरें सामने आ आईं जो हैरान करती रही। सोशल मीडिया पर एक ऐसा वीडियो सामने आया है जिसमें एक व्यक्ति ने सूझबूझ दिखाते हुए कुछ छात्रों को बचाया। जब सबसे ऊपर वाली मंजिल पर आग लग गई थी और छात्र ऊपर से उतरने की कोशिश कर रहे थे तभी वीडियो में दिख रहे व्यक्ति ने कुछ बच्चों को हाथ पकड़कर उतारा और आग से बचने में मदद की। ट्विटर पर वायरल हुए एक वीडियो में दिख रहा है आग लगने के बाद बच्चे ऊपर से कूद रहे हैं। तभी एक व्यक्ति दीवार के सहारे खड़ा था, उसी वक्त ऊपर से कुछ छात्रा और छात्र नीचे उतरने की कोशिश कर रहे हैं, तब इस व्यक्ति ने उनका हाथ थामा, उन्हें समझाया और आराम से एक दीवार के सहारे खड़ा किया।