पीएम के शपथ ग्रहण का आमंत्रण मुख्यमंत्री को मिला, शामिल होने पर असमंजस
मुख्यमंत्री 30 मई को बस्तर दौरे पर रहेंगे, 30 मई को शाम सात बजे राष्ट्रपति भवन में होगा शपथ ग्रहण कार्यक्रम
रायपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दूसरे कार्यकाल का शपथ 30 मई को राष्ट्रपति भवन में शाम 7 बजे राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद उन्हें प्रधानमंत्री के पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण समारोह को लेकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भेजा गया आमंत्रण मंगलवार को मुख्यमंत्री सचिवालय को मिल गया है। उसी दिन मुख्यमंत्री का बस्तर दौरा होने के कारण उनके शपथ ग्रहण समारोह में जाना असमंजस लग रहा है।
एक ओर प्रधानमंत्री के विरोध में मोर्चा खोलने वाली पंश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बेनर्जी ने प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में जाने की सहमति दे दी है। कार्यक्रम में अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों के भी जाने की संभावना है। कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री इसमें शामिल होंगे कि नहीं इस पर स्थिति स्पष्ट नहीं है। वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भी राष्ट्रपति भवन में होने वाले इस कार्यक्रम के लिए सभी राज्यों को भेजे गए आमंत्रण दिया गया है। बताया गया है कि देश के प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में राज्य के राज्यपाल और मुख्यमंत्रियों को संवैधानिक बाद्धयता के तहत शपथ ग्रहण और अन्य शासकीय समारोह के आमंत्रण भेजे जाते हैं। शपथ ग्रहण समारोह में राज्यों राज्यपाल, मुख्यमंत्री के अलावा कई देशाें के शासनाध्यक्ष भी आमंत्रित किए जाते हैं। मुख्यमंत्री सचिवालय के अफसरों ने बताया कि मुख्यमंत्री 30 मई को ही जगदलपुर में बस्तर विकास प्राधिकरण की बैठक में भाग लेंगे। वहां पर उनका महेंद्र कर्मा की मुर्ति अनावरण और कलेक्टर-एसपी के साथ वहां की कानून व्यवस्स्था की समीक्षा के बाद जगदलपुर में ही रात्रि विश्राम का कार्यक्रम तय हो चुका है। वे 31 मई को सुबह वापस रायपुर पहुंचेंगे। ऐसे में यह माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में उनका शामिल होना तय नहीं है।
भूपेश ने किया था चुनाव में आक्रामक हमला
लोकसभा चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मोदी पर कई आराेप लगाते हुए उनके खिलाफ मोर्चा खोला था। उन्होंने प्रधानमंत्री छत्तीसगढ़ दौरे के दौरान उनसे कई सवाल कर जवाब भी मांगा था। इसके अलावा उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश में चुनाव प्रचार के दौरान उन आक्रामक रूख अख्तियार किया था। श्री बघेल ने उन्हें कई मामलों पर सवाल उठाते हुए आईना भी भेजा था।