दोहरी खुशी : श्रमिक का बेटा छत्तीसगढ़ वंशी रामेश्वर तेली मोदी सरकार में बना मंत्री, जानिए कौन है रामेश्वर तेली …
असम/रायपुर। छत्तीसगढ़ के लिए दोहरी खुशी की बात है. एक सरगुजा से सांसद रेणुका सिंह जहां राज्य मंत्री मोदी सरकार में बनीं वहीं असम के डिब्रूगढ़ से दो बार के सांसद रामेश्वर तेली भी राज्य मंत्री बनाए गए हैं.
रामेश्वर तेली छत्तीसगढ़ वंशी हैं. उनके पिता बुधु तेली हैं. रामेश्वर के पूर्वज राजनांदगांव के रहने वाले थे. सैकड़ों वर्ष पूर्व वे पलायन कर असम के चाय बागान में काम करने चले गए थे. फिर असम में ही रामेश्वर के दादा बस गए. रामेश्वर के पिता भी चाय बागान में श्रमिक का काम करते थे. इस तरह एक श्रमिक परिवार में रामेश्वर की शिक्षा-दीक्षा हुई.
असम के प्रवासी छत्तीसगढ़ियों पर काम करने वाले संस्कृति विशेषज्ञ अशोक तिवारी बताते हैं कि उन्होंने 12वीं तक ही पढ़ाई की. इसके बाद वे चाय जनजाति छात्र संघ के सक्रिय सदस्य बन गए. बाद में फिर जिला अध्यक्ष और प्रमुख संगठन सचिव के रूप में कार्य करने लगे. यहीं से फिर उन्होंने भाजपा की सदस्यता लेते हुए राजनीति जीवन की शुरुआत कर दी.
भाजपा ने उन्हें असम से चुनाव लड़ाया और वे दो बार दुलियाजान से विधायक रहे. इसके बाद फिर 2014 में डिब्रुगढ़ से सांसद चुने गए. 2019 में दोबारा मोदी सरकार उन पर भरोसा जताया और दूसरी बार वे डिब्रूगढ़ से सासंद बने.
असम के प्रवासी छत्तीसगढ़ियों पर किताब लिखने वाले साहित्यकार संजीव तिवारी कहते हैं कि लाखों की संख्या में असम छत्तीसगढ़ वंश के लोग निवासरत हैं. उन्हीं में से एक परिवार रामेश्वर तेली का है. उनके परिवार के लोग अभी भी छत्तीसगढ़ी संस्कृति से जुड़े हैं. छत्तीसगढ़ी बोल भी लेते हैं.
रामेश्वर तेली छत्तीसगढ़िया मित्र अशोक तिवारी और संजीव तिवारी ख़ुशी जाहिर करते हुए कहा कि जितनी खुशी आज असम के लोगों को हो रही होगी उतनी ख़ुशी आज हमें भी हो रही है. और यह छत्तीसगढ़ के लिए भी गौरव की बात असम ही सही पर एक और छत्तीसगढ़ वंशी मोदी मंत्रिमंडल में शामिल हुआ है।