डॉक्टर्स पर हमले के विरोध का मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ में भी समर्थन
जूडा के हड़ताल पर जाने प्रभावित होंगी स्वास्थ्य सेवाएं
रायपुर। पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों के हड़ताल का मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी समर्थन मिल रहा है। मध्यप्रदेश के सभी जिलों में जूडा आज प्रदर्शन करेंगे। इससे ओपीडी में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित रहेंगी। भोपाल के हमीदिया अस्पताल में भी प्रदर्शन किया जाएगा। इंडियन मेडिकल एसोसिशन के विरोध में आज मेडिकल एसोसिएशन के सदस्य डॉक्टर भी काली पट्टी बांधकर काम करेंगे।
पश्चिम बंगाल के कोलकाता मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों पर हमले से देशभर के डॉक्टरों में रोष है। दिल्ली एम्स सहित देश भर के सरकारी और निजी डॉक्टरों से शुक्रवार को एक दिन की हड़ताल में शामिल होने की अपील की गई है। इसके बाद दिल्ली एम्स के आरडीए ने दिनभर हड़ताल पर रहने की घोषणा की है। इससे ओपीडी के अलावा आपातकालीन सेवाएं भी प्रभावित होंगी। वहीं, रायपुर एम्स ने भी गुरुवार शाम को हड़ताल में शामिल होने की घोषणा की है।
दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन ने राष्ट्रीय राजधानी में स्थित निजी और सरकारी अस्पताल, क्लिनिक व नर्सिंग होम को पत्र लिखकर देश व्यापी मेडिकल बंद को समर्थन करने की अपील की है। एसोसिएशन के अध्यक्ष और दिल्ली मेडिकल काउंसिल के सचिव डॉ. गिरीश त्यागी का कहना है कि पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ चुकी हैं। एक डॉक्टर कम संसाधनों के साथ 15 से 16 घंटे अस्पताल में बैठ 300 से 500 मरीजों तक का उपचार करता है, लेकिन डॉक्टर को मारपीट का शिकार होना पड़ता है। उन्होंने कहा कि कोलकाता मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों पर हुआ हमला चिकित्सीय क्षेत्र के लिए चिंताजनक है।
मध्य प्रदेश के चिकित्सा अधिकारी संघ के अध्यक्ष डॉ डीके गोस्वामी ने पूरे देश में डॉक्टरों के लिए एक समान प्रोटेक्शन एक्ट बनाने की मांग की है। साथ ही अस्पतालों में सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाने की मांग भी की। गोस्वामी के मुताबिक डॉक्टर्स पर बढ़ते हमलों के बीच उनकी सुरक्षा के लिए
सीआईएसएफ की तर्ज पर अस्पतालों में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती सुनिश्चित की जाए।
बता दें छत्तीसगढ़ के मेकाहारा के जूनियर डॉक्टर भी पश्चिम बंगाल में डॉक्टर्स से मारपीट के विरोध में शुक्रवार को हड़ताल पर हैं। जूडा के हड़ताल पर जाने से स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित रहेंगी।