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अमित जोगी ने एसआईटी दफ्तर के बाहर अपने कार्यकर्ताओं के साथ किया हंगामा

वाइस सैंपल दिए बगैर लौटे जोगी, एसआईटी और सरकार पर लगाए कई आरोप जांच टीम को चुनौती देकर, सीएम भूपेश बघेल को बताया षड्यंत्र कारी

रायपुर। अंतागढ़ टेपकांड मामले में एसआईटी के बुलावे के बाद अमित जोगी मंगलवार को गंज थाना स्थित एसआईटी दफ्तर पहुंचे, लेकिन वो अंदर नहीं गए। दफ्तर के बाहर ही अपने कार्यकर्ताओं के साथ हंगामा किया। उन्होंने एसआईटी की टीम को स्टूपिड बताते हुए सीएम भूपेश बघेल को भी षड्यंत्र कारी बताया है। मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी भी की. काफी देर हंगामा करने के बाद अमित जोगी गेट के बाहर से ही सरकार औऱ जांच टीम को चुनौती देकर वापस चले गए।
अमित जोगी एसआईटी कार्यालय से बिना बयान दिए ही वापस लौट गए। जोगी ने कहा कि एसआईटी को वाइस सैंपल लेने का कोई कानूनी आधार नहीं है। जांच पर सवाल उठाते हुए अमित ने कहा कि जब्त पेन ड्राइव भी फर्जी है। चंडीगढ़ लैब ने भी पेन ड्राइव को फर्जी बताया है। तीन लैब अब तक पेन ड्राइव को फर्जी बता चुके हैं। लेकिन कोर्ट के आदेश के बावजूद एसआईटी असली पेन ड्राइव पेश नहीं कर पा रही है। उस जब्त पेनड्राईव में कई ऑडियो क्लिप को मिक्स करके इस ऑडियो रिपोर्ट को बनाया गया है उसकी एडिटिंग की गई है। उन्होंने कहा कि सरकार वाइस सेंपल का आधार नहीं दे पा रही है। एसआईटी प्रमाणीकरण को सबूत पेश नहीं कर पा रही है। अमित जोगी ने एसआईटी और सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। इस नोटिस पर अमित जोगी ने तंज कसा था। अमित जोगी ने बयान दिया था कि गंज थाना जाएंगे पर वाइस सैंपल नहीं देंगे। इसके साथ ही अमित जोगी का आरोप है कि एसआईटी बिना आधार जांच कर उनसे वाइस सैंपल मांग रही है। वहीं एसआईटी अधिकारी अभिषेक माहेश्वरी ने बताया कि आज अमित जोगी को वाइस सेंपल लेने के लिए बुलाया गया था। जब तक आरोपी की सहमति नहीं रहती है तब तक वाइस सेंपल नहीं ले सकते है। अगर वाइस सेंपल देने से मना करते है तो कोर्ट की शरण लेते है।
क्या है मामला – साल 2014 में कांकेर जिले के अंतागढ़ के तत्कालीन विधायक विक्रम उसेंडी ने लोकसभा का चुनाव जीतने के बाद इस्तीफा दिया था। जिसके बाद वहां उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने पूर्व विधायक मंतू राम पवार को प्रत्याशी बनाया था। लेकिन नाम वापसी के अंतिम वक्त पर मंतूराम ने अपना नामांकन वापस ले लिया था। जिससे भाजपा को एक तरह का वाकओवर मिल गया था। बाद में फिरोज सिद्दीकी नाम से एक व्यक्ति का फोन कॉल वायरल हुआ था।

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