रायपुर। मानसून पहले दिन प्रदेश के कई हिस्सों में झमाझम बरसा और कहीं-कहीं बाढ़ जैसे हालात भी पैदा हो गए, लेकिन दूसरे दिन यानी सोमवार को प्रदेश के बड़े हिस्से में धूप निकल गई। दुर्ग तथा एक-दो इलाकों को छोड़कर प्रदेश में कहीं भी पानी नहीं बरसा। छत्तीसगढ़ में मानसून की पहली बरसात के बाद अब इस महीने निरंतर बारिश के पूर्वानुमान नहीं हैं। अब जुलाई के पहले हफ्ते तक सिस्टम बनेगा, जिससे झमाझम बारिश हो सकती है। इसके पहले कहीं-कहीं पर स्थानीय सिस्टम से बारिश होगी या फिर द्रोणिका के चलते। बहरहाल अभी उमस, गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। फिलहाल सूखे जैसे हालात नहीं है, स्थिति सामान्य है। मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी में जब तक मजबूत सिस्टम नहीं बनेगा, तब तक झड़ी जैसी स्थिति नहीं बन सकती। अच्छी बारिश के लिए इंतजार करना होगा।
रायपुर में लगभग पूरा दिन धूप रही और तापमान 36 डिग्री के करीब पहुंच गया। मंगलवार को भी तेज धूप के चलते तापमान 38 के करीब पहुंच गया है। सिर्फ राजधानी ही नहीं, प्रदेश कई शहरों में पारा चढ़ा है। मंगलवार को भी इसके एक से दो डिग्री बढऩे का पूर्वानमान है। आद्रता भी बढ़ते हुए 83 डिग्री जा पहुंची। मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक बीते 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश दुर्ग जिले में दर्ज की गई। यहां 72.4 मिमी बारिश हुई।
मौसम विभाग ने अगले दो दिन तक इसी तरह छिटपुट बारिश और धूप के आसार जताए हैं। गर्मी और उमस भी रहेगी। लालपुर मौसम केंद्र के मुताबिक सोमवार को देर रात या मंगलवार की शाम से बारिश फिर शुरू हो सकती है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार मानसून पेंड्रा को छोड़कर पूरे प्रदेश में सक्र्रिय हो गया है।
दुर्ग में बारिश, रायपुर में उमस-राजधानी में सोमवार को सुबह से रात तक उमस ने बेचैन किया। यहां हवा में नमी ज्यादा है और धूप के कारण तापमान भी बढ़ गया, इसलिए उमस रही। पिछले 24 घंटों के दौरान दुर्ग में 72 मिमी यानी 7 सेमी बारिश हुई। सुकमा, तखतपुर, चांपा और देवभोग में 4 सेमी तथा मरवाही, लोरमी और जगदलपुर में 2 सेमी बारिश रिकार्ड की गई।
सामान्य से 18 फीसद कम बारिश
प्रदेश में मानसून की दस्तक 22 जून को हो गई। इसी दिन मानसून ने लगभग सभी जिलों को कवर तो किया, लेकिन राजनांदगांव, कोरिया जिले राहत से अछूते रह गए। मगर इन्हें भी अब मानसून ने कवर कर लिया है। मगर 24 जून की स्थिति तक होने वाली औसत बारिश से अभी 18 फीसद कम बारिश प्रदेश में हुई है।