रायपुर। कोंडागांव विधायक मोहन मरकाम को छत्तीसगढ़ कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है. दिल्ली से इनके नाम को लेकर अधिकारिक पुष्टि हुई है। कांग्रेस के आलाकमान ने मरकाम के नाम को हरी झंडी दे दी है। बस्तर के मरकाम पहले पीसीसी अध्यक्ष होंगे। राज्य बनने के बाद बस्तर के किसी नेता को पीसीसी अध्यक्ष बनने का अवसर नहीं मिला है। वैसे, राज्य बनने से पह ले भी मध्यप्रदेश के समय में छत्तीसगढ़ से अध्यक्ष हुए लेकिन, वे भी बस्तर के बाहर से रहे।
पीसीसी चीफ का दायित्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के ही पास है और वे कई मौकों पर खुद इस दायित्व को किसी नए चेहरे को सौंपने की बात कह चुके हैं। वैसे, लोकसभा चुनाव के बाद पीसीसी चीफ पर नाम की घोषणा होनी थी, लेकिन लोकसभा चुनाव के नतीजों के कारण मामला गड़बड़ा गया। नतीजो के बाद एआईसीसी चीफ राहुल गांधी ने इस्तीफ़े की पेशकश कर दी और पंक्तियों के लिखे जाने तक उन्हे मनाए जाने की कवायद को सफलता नही मिल पाई है।
मोहन मरकाम 2013 और 2019 लगातार दो बार के विधायक हैं, उन्होने लता उसेंडी को हराया। सदन में उनकी सक्रियता चर्चाओं में रहती है। मोहन मरकाम दो महीने शिक्षाकर्मी रहे तो लंबे अरसे तक एलआईसी के विकास अधिकारी भी। पचास वर्षीय यह नेता संगठन में कई जवाबदेही संभाल चुका है,ब्लाक अध्यक्ष से लेकर मौजुदा समय में एआईसीसी का हिस्सा मोहन मरकाम हैं।
इधर, मोहन मरकाम को पीसीसी चीफ बनाने के बाद अटकलें हैं कि अमरजीत भगत को अब मंत्री पद मिल सकता है। हाल ही में सिंहदेव ने मीडिया से बातचीत में संकेत दिए थे कि बारहवां मंत्री सरगुजा से हो सकता है।