लंदन कोर्ट में एफबीआई का दावा, पाकिस्तान के कराची में छिपा है आतंकी दाऊद इब्राहिम
अमेरिका की संघीय जांच एजेंसी (एफबीआई) ने दावा किया है कि भारत में वांछित आतंकी दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान के कराची में छिपा हुआ है। एफबीआई ने यह दावा लंदन की एक कोर्ट में किया है। इसमें बताया गया है कि दाऊद अपने अंतरराष्ट्रीय अपराध सिंडिकेट को कराची से संचालन करता है। दाऊद इब्राहिम के खास सहयोगी जाबिर मोतीवाला के अमेरिका प्रत्यर्पण के ट्रायल के पहले दिन अमेरिका की तरफ से वकील जॉन हार्डी ने कोर्ट में पक्ष रखा।
उन्होंने कहा कि एफबीआई न्यूयॉर्क में डी कंपनी के जुड़ाव की जांच कर रही है। डी कंपनी का नेटवर्क पाकिस्तान, भारत और यूएई में फैला हुआ है। इस कंपनी का प्रमुख भारतीय दाऊद इब्राहिम है जो पाकिस्तान में रह रहा है। जॉन हार्डी ने बताया कि दाऊद और उसका भाई 1993 में भारत से भागने में सफल रहे थे। पिछले 10 साल में डी-कंपनी ने अमेरिका में भी अपने पैर फैलाने शुरू कर दिए हैं। खास तौर पर धन शोधन और उगाही के काम डी कंपनी अंजाम दे रही है। गौरतलब है कि दाऊद मुंबई विस्फोट मामले का मुख्य आरोपी है।
ब्रिटेन की एक अदालत ने बुधवार को अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के शीर्ष पाकिस्तानी सहयोगी जाबिर मोती के बचाव पक्ष के दो गवाहों को बंद कमरे में अपने बयान दर्ज कराने की अपील को अनुमति दे दी। यह मामला मोती के प्रत्यर्पण से जुड़ा है। ऐसा माना जा रहा है कि पाकिस्तान से वीडियो लिंक के जरिए गवाह पेश होंगे।
मोती धन शोधन, उगाही और अवैध मादक पदार्थों जैसे हेरोइन का अवैध रूप से आयात करने के मामले में आरोपी है। मोदी अमेरिका प्रत्यर्पित किए जाने के मामले का सामना कर रहा है। वह वेस्टमिन्स्टर मजिस्ट्रेट अदालत में पेश हुआ। उसे पिछले साल स्कॉटलैंड यार्ड की प्रत्यर्पण इकाई ने गिरफ्तार किया था। पाकिस्तानी नागरिक मोती को अदालती कार्यवाही के दौरान विभिन्न नामों (जाबिर मोतीवाला और जाबिर सिद्दिक) से बुलाया गया। वह करीब 1.4 मिलियन डॉलर का धनशोधन डी-कंपनी के लिए करने का आरोपी है।