छत्तीसगढ़

हिरासत में मौत पर भाजपा की चेतावनी, पुलिस पर करें FIR

रायपुर। सूरजपुर जिले के चंदौरा पुलिस की हिरासत में कृष्णा सारथी की मौत के मामले में राजनीति गरमा गई है। भाजपा ने दो विधायकों की जांच रिपोर्ट के बाद सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने पुलिस पर हत्या करने का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है। भाजपा ने मृतक परिवार को मुआवजा देने के साथ ही दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ हत्या का अपराध दर्ज करने की मांग की है।
कौशिक ने कहा कि पुलिस हिरासत में मौत हुई है, लिहाजा धारा 302 के तहत पुलिस कर्मियों के खिलाफ अपराध दर्ज किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस फोरम में जाना पड़ेगा हम जाएंगे, आदिवासी युवक के परिजनों को न्याय दिलाएंगे। सरकार पीड़ितों को सहायता और पुलिस पर केस दर्ज नहीं करती है तो भाजपा सड़क से लेकर सदन तक लड़ाई लड़ेगी।
भाजपा के मस्तूरी विधायक डॉ कृष्णमूर्ति बांधी और अकलतरा विधायक सौरभ सिंह ने प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी और नेता प्रतिपक्ष कौशिक को रिपोर्ट सौंपी। डॉ. बांधी ने बताया कि कृष्णा सारथी की 26 जून को लॉकअप में मौत हुई थी। जिस परिस्थितियों में मौत हुई है, उससे साफ है कि आदिवासी युवक की हत्या की गई है।
बिना किसी एफआइआर के युवक को थाने में बंद किया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट तक नहीं आई है। पुलिस कह रही है कि लॉकअप के अंदर युवक आराम करने गया था। पुलिस की भूमिका संदेहास्पद है।
सौरभ ने कहा कि युवक को सुबह आठ बजे उठाया गया और रात को घटना हो जाती है। मृतक के खिलाफ कोई अपराधिक रिकार्ड भी नहीं है। सिर्फ पति-पत्नी के बीच झगड़ा था। मृतक की बहन ने हमें बताया कि जब दाह संस्कार हो रहा था तब उन्होंने देखा कि मृतक की पीठ पर चोट के निशान है। पुलिस ने अपने कर्मचारियों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।

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