छत्तीसगढ़

कलेक्टर के आश्वासन के बाद कबीरपंथियों का धरना स्थगित

धर्म गुरू प्रकाश मुनि तीन दिन बाद करेंगे चर्चा

रायपुर। मिड डे मील में बच्चों को अंडा देने के सरकार के फैसले के खिलाफ कबीरपंथियों के गुरु प्रकाश मुनि ने कलेक्टर के आश्वासन के बाद 3 दिनों के लिए धरना स्थगित कर दिया है। प्रकाश मुनि साहेब ने कहा तीन दिन में मांगे नहीं मानी गई तो आने वाले दिनों में चक्का जाम किया जाएगा। दामाखेड़ में कबीरपंथियों के गुरु प्रकाशमुनी नाम साहब ने 13 घंटे के बाद नेशनल हाईवे से चक्का जामा व धरना प्रदर्शन समाप्त कर दिया। कलेक्टर ने मध्याहृन भोजन की सूची से अंडा हटाने के लिए तीन दिन का समय मांगा है। कलेक्टर के मौखिक आदेश के बाद कबीरपंथी नेशलन हाईवे से उठ गए।
प्रदेश सरकार के मंगलवार को जारी किए गए नए निर्देश को भी किनारे करते हुए स्कूलों के मध्यान्ह भोजन में अंडा दिए जाने के विरोध में प्रकाश मुनि के साथ हजारों कबीरपंथियों ने दामाखेड़ा में नेशनल हाईवे जाम कर दिया था। धरना के चलते हाइवे पर जाम की स्थिति बन गई थी। हाइवे पर जाम की स्थिति बनने के कारण ये धरना समाप्त किया गया है। धरना समाप्त होते ही फिर से यातायात बहाल हो गई है।
प्रकाश मुनि ने पहले ही प्रदेश सरकार को स्कूलों में अंडा दिए जाने का विरोध करते हुए सरकार से 16 जुलाई तक ओदश वापस लेने के लिए कहा था। सरकार ने अपना आदेश तो वापस नहीं लिया लेकिन मामले में एक नया दिशा-निर्देश जरूर जारी किया। इसे कबीरपंथियों ने सिरे से खारिज कर दिया है।
प्रकाश मुनि के आव्हान पर रात को ही हजारों की संख्या में कबीरपंथी जुटे और चक्काजाम कर दिया। चक्काजाम होने से रायपुर और बिलासपुर की तरफ से आने वाले वाहनों की लंबी कतार लग गई। कबीरपंथियों का साफ कहना है, चक्काजाम तब तक समाप्त नहीं होगा, जब तक सरकार स्कूलों में अंडा देने का अपना आदेश वापस नहीं लेती है।
अंडा बांटने का आदेश वापस लें
गुरु प्रकाश मुनि ने चेतावनी दी थी कि जब तक सरकार ये फैसला नहीं बदलेगी तब तक उनका धरना जारी रहेगा। गुरू का कहना है कि जब तक सरकार बच्चों को अंडे दिए जाने के निर्णय को नहीं बदलेगी तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। धरने पर
जाम ट्रकों को दूसरे रास्तों से रवाना किया जा रहा है। गुरु के आंदोलन का समर्थन करते हुए भाटापारा विधानसभा क्षेत्र के विधायक शिवरतन शर्मा भी धरने पर बैठ गए हैं। बताया जाता है कि 2 दिन पूर्व गुरु प्रकाश मुनि साहब की चर्चा प्रदेश के अधिकारियों और मंत्रियों से हुई थी। इस दौरान गुरु ने अंडे दिए जाने के निर्णय का विरोध करते हुए चेतावनी दी थी। गुरु पूर्णिमा के दिन हर साल की तरह मंगलवार को दामाखेड़ा में हजारों की संख्या में देश और विदेश से गुरु के भक्त गुरु पूजा के लिए पहुंचे थे।

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