छत्तीसगढ़

छापों से राजनांदगांव में साढ़े तीन सौ खाद-बीज दुकान बंद, किसान परेशान

शून्यकाल में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने उठाया मामला, राजद्रोह और पुलिस कस्टडी में मौत का मामला भी उठा

रायपुर। विधानसभा में शून्यकाल के दौरान सदस्यों ने कई मामलों पर सरकार का ध्यान खींचा। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि कृषि विभाग के द्वारा खाद बीज दुकानों में छापे के कारण राजनांदगांव जिले में करीब साढ़े तीन सौ दुकानें पांच दिनों से बंद होने के कारण किसानों को खाद-बीज नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर इस इन दुकानों को लायसेंस के नाम पर सुबह जांच की जाती है और देर रात इन दुकानों को सील किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसके लिए लायसेंस देने का काम काफी जटिल है, इसके कारण दुकानदारों के पास लायसेंस खाद बेचने का है वे बीज आदि भी बेच रहे हैं। उन्होंने लायसेंस का सरलीकरण की मांग की। वहीं शून्य काल में ही भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने बिजली विभाग के द्वारा एक व्यक्ति पर बिजली कटौती पर सोशल मीडिया में अपनी बात कहने के कारण राजद्रोह लगाया जाता है। सुबह राजद्रोह लगाने के बाद शाम को राजद्रोह की धारा हटा ली जाती है। और यह कहा जाता है कि मुख्यमंत्री के कहने पर राजद्रोह की धारा हटाने का प्रचार किया जाता है। राज्य में सरकार ने महासमुंद के एक पत्रकार पर बिजली के बारे में फेक समाचार को लेकर बलवा की धारा लाग देती है। वहीं उन्होंने पुलिस कस्टडी में हो रहे मौतों की ओर भी ध्यान खींचा। उन्होंने कहा कि इसमें सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना की है। उन्होंने कहा कि नागरिकों के अधिकारों का हनन राज्य में हो रहा है।

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