COA ने विराट-शास्त्री से मांगा खिलाड़ियों की पत्नी और प्रेमिकाओं की यात्राओं का ब्यौरा
बीसीसीआई के अधिकारी ने कहा कि दौरे के बारे में कप्तान विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री को अपनी पत्नी और प्रेमिकाओं को दौरों पर ले जाना स्पष्ट रूप से हितों का टकराव था।
प्रशासकों की समिति ने भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री से विदेश दौरों के दौरान टीम के सदस्यों की पत्नियों और प्रेमिकाओं की यात्राओं को लेकर ब्यौरा देने का कहा है। सीओए के इस फैसले से ना केवल बीसीसीआई के अधिकारी हैरान हैं, बल्कि लोढा पैनल भी आश्चर्यचकित है।
बीसीसीआई के अधिकारी ने कहा कि दौरे के बारे में कप्तान और कोच को अपनी पत्नी और प्रेमिकाओं को दौरों पर ले जाना स्पष्ट रूप से हितों का टकराव था।
बीसीसीआई के अधिकारी ने कहा कि कप्तान और कोच को अपनी पत्नी और प्रेमिकाओं को दौरों पर ले जाना स्पष्ट रूप से हितों का टकराव था। उन्होंने कहा, सीओए द्वारा कई ऐसे फैसले लिए गए हैं, जो कि ना सिर्फ बीसीसीआई के नए संविधान की पूरी तरह उल्लंघन करता है, बल्कि लोढा पैनल समिति की रिपोर्ट की भी अनदेखी करता है। सीओए प्रशासन में हितों के टकराव जैसे मुद्दों के साथ आए हैं।
पूर्व मुख्य न्यायाधीश आरएम लोढा ने शुक्रवार को कहा कि अब इस मामले में बोर्ड के लोकपाल डीके जैन को ही फैसला लेना चाहिए। उन्होंने कहा, मैं इस बारे में क्या कह सकता हूं। फैसला लेने के लिए लोकपाल वहां है। हर कोई लोढा पैनल के प्रस्तावों की अपने तरीके से व्याख्या कर रहा है। हमारे सुझाव संविधान के अनुरूप है। अब जब कोई मामला उठता है तो लोकपाल को इस पर फैसला लेना चाहिए।
लोढा ने कहा कि वह इस बात से पूरी तरह से हैरान है कि कैसे सीओए, नए संविधान को लागू में विफल रहा है। उन्होंने कहा, पिछले दो वर्षों में कुछ भी नहीं हुआ है। हम रिपोर्ट को लागू होते देखना चाहते थे।
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हालांकि, अब यह देखना काफी दिलचस्प होगा कि लोकपाल जैन इस पूरे मामले से कैसे निपटते हैं, क्योंकि सीओए के एक सदस्य ने खुद यह स्पष्ट किया है कि बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित नहीं किया गया था।