शास्त्री चौक से टाटीबंध तक लाइट रेल चालने पर विचार-विमर्श
रायपुर/ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से शुक्रवार को मंत्रालय में नुआम टेक्नोप्रन्योर प्राइवेट लिमिटेड मुम्बई के प्रतिनिधिमंडल ने सौजन्य मुलाकात की। इस दौरान कंपनी के पदाधिकारियों ने लाइट रेल सिस्टम के बारे में प्रस्तुतिकरण दिया। बैठक में लाइट रेल चलाने की संभावनाओं पर चर्चा भी की गई।
बैठक में मुख्यमंत्री ने कम्पनी के अधिकारियों से नया रायपुर से दुर्ग तक लाइट रेल चलाने के बारे में चर्चा की। उन्होंने कम्पनी के अधिकारियों से परीक्षण के तौर पर शास्त्री चौक से टाटीबंध तक इसे चलाने के लिए सर्वे कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
बैठक में नुआम टेक्नोप्रन्योर के अधिकारियों ने बताया कि लाइट रेल सिस्टम रूस की तकनीक पर आधारित है। यह रेल बैटरी चलित है। इस रेल में आठ बोगी रहती है, जो एलिवेटेड रूट पर चलती है, आठ बोगी के रेल में एक हजार 68 यात्री यात्रा कर सकते है। यह रेल पूर्णतः वातानुकूलित रहती है और इसमें वाईफाई सिस्टम सहित सभी आधुनिक सुविधाएं रहती है। रेल लाइन के किनारे सोलर पैनल रहते है, जिसमें स्ट्रीट लाईट भी लगाया जा सकता है। इसके अलावा रेल मार्ग पर टेलीकाम केबल आदि लगाने की व्यवस्था रहती है। एलीवेटेड रेल लाइन बनाने के लिए 3X3 फीट चौड़ी भूमि की आवश्यकता होगी।
कम्पनी के अधिकारियों ने प्रस्ताव किया कि इसके निर्माण का पूरा खर्च वहन किया जाएगा। कम्पनी इसे 30 साल चलाने के बाद शासन को सौंप देगी। इस रेल को लाइट रेल के लिए 70 साल गारंटी दी जाएगी। कम्पनी के अधिकारियों ने बताया कि कम्पनी द्वारा लाइट रेल परियोजना में दो वर्ष में 100 किलोमीटर रेल लाइन स्थापित कर संचालित किया जा सकता है। इस रेल को कार्गो की तरह उपयोग भी लाया जा सकता है।