शराब से हुई कमाई में 10 करोड़ का घपला फूटा, जिला आबकारी अधिकारी सस्पेंड
रायपुर । शराब से होने वाली कमाई में 10 करोड़ के घपले के आरोप में आबकारी विभाग ने जिला आबकारी अधिकारी व सीएसएमसीएल के तत्कालीन प्रबंधक प्रवीण वर्मा को सस्पेंड कर दिया है। महासमुंद में पदस्थ रहते हुए 2017-18 और 2018-19 में यह गड़बड़ी हुई है। इसकी जांच के बाद यह कार्रवाई की गई। जानकारी के मुताबिक 2017-18 में महासमुंद में शराब की बिक्री से जो राशि बैंक में जमा कराई गई थी, उसमें 1.11 करोड़ कम थे। इसी तरह 2018-19 में 8.99 करोड़ राशि कम मिली। इस दौरान वर्मा जिला आबकारी अधिकारी व प्रबंधक के पद पर पदस्थ थे। दुकानों से बिक्री की राशि बैंक में कम जमा कराई गई थी।
जांच के बाद विभाग ने वर्मा को दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही के लिए जिम्मेदार मानते हुए सस्पेंड कर दिया है। बता दें कि राज्य सरकार सीएसएमसीएल के जरिए शराब बेचती है। शराब बिक्री की राशि जिला प्रबंधक की निगरानी में जमा होती है। इसमें कमी के बावजूद प्रबंधक रहते वर्मा ने कोई कार्रवाई नहीं की। यही वजह है कि वर्मा को भी जिम्मेदार माना गया है। जानकारी के मुताबिक नई व्यवस्था के अंतर्गत शराब दुकानों में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की शिकायतें हैं। इसे लेकर कुछ और जिलों में भी कार्रवाई हो चुकी है। हालांकि पहली बार जिला आबकारी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की गई है। इस पूरे प्रकरण में विभाग द्वारा बड़े स्तर पर जांच की जा रही है, जिससे दस करोड़ रुपए की गड़बड़ी में शामिल अन्य लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके।
लोकसभा चुनाव के पहले वर्मा का ट्रांसफर कर दिया गया था, लेकिन वे जमे रहे। दूसरे अधिकारी को पदभार भी नहीं दे रहे थे। कुछ महीने पहले ही वर्मा के स्थान पर दूसरे आबकारी अधिकारी ने ज्वाइनिंग दी है। इसके बाद गड़बड़ी सामने आई और विभागीय स्तर पर जांच शुरू की गई।