शिक्षाकर्मी नेता का तबादला
रायपुर। प्रदेश के हजारों शिक्षाकर्मियों के हित में करीब 17 वर्षों तक संघर्ष करने वाले शिक्षाकर्मी नेता विरेंद्र दुबे का प्रशासनिक तबादला कर दिया गया है। वे पाटन (दुर्ग) के झीट हाईस्कूल से हटाकर बेरला (बेमेतरा) के गुधेली हाई स्कूल भेजे गए हैं, जिसकी शिक्षाकर्मियों में जमकर चर्चा है। वे सभी अपने प्रांत अध्यक्ष के तबादले को पिछले दिनों मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ टीवी डिबेट में उनके हित में पूछे गए कुछ सवालों से भी जोडक़र देख रहे हैं।
शिक्षाकर्मी नेता विरेंद्र दुबे का कहना है कि उन्हें उनका प्रशासनिक तबादला मंजूर हैं। उन्होंने अपने शिक्षाकर्मी साथियों से भी सोशल मीडिया के माध्यम से आग्रह किया है कि वे सभी उनके तबादले से व्यथित न हो। उन्होंने कहा है कि झीट स्कूल में रहते हुए प्रदेश के करीब दो लाख शिक्षाकर्मियों के लिए करीब 17 साल संघर्ष किया। सडक़ पर उतरकर कई बड़े-बड़े आंदोलन किए। इस दौरान उनके सामने कई विपरीत परिस्थितियां और चुनौतियां सामने आई। निलंबन, बर्खास्तगी, एस्मा जैसी कार्रवाई के साथ उन्हें कई बार जेल जाना पड़ा। उन्होंने कहा कि समय-समय पर चलाए गए आंदोलन में प्रदेशभर के शिक्षाकर्मियों का सहयोग रहा और उसके अच्छे परिणाम भी सामने आए। करीब सवा सौ शिक्षाकर्मियों का शिक्षा विभाग में संविलियन हुआ। आने वाले तीन-चार वर्षों में बाकी करीब 25 हजार शिक्षाकर्मियों का भी नियमानुसार संविलियन हो जाएगा। ाी दुबे ने कहा है कि शिक्षाकर्मी हित में उनका संघर्ष आगे भी जारी रहेगा।