नान घोटाले के आरोपी चिंतामणि चंद्राकर को एसआईटी ने दुर्ग से किया गिरफ्तार
रायपुर। चर्चित नान घोटाले के आरोपी चिंतामणि चंद्राकर को ईओडब्ल्यू ने गिरफ्तार कर लिया है। चंद्राकर की गिरफ्तारी दुर्ग में हुई थी और उन्हें यहां लाकर पूछताछ की जा रही है।
बताया गया कि चिंतामणि चंद्राकर की पोस्टिंग कांकेर में हुई थी। वे निलंबित डीजी मुकेश गुप्ता के करीबी माने जाते रहे हैं। नान डायरी में कई जगह मैडम सीएम और सीएम सर, का जिक्र हुआ था। उस समय खुद मुकेश गुप्ता ने कहा था कि सीएम मैडम का आशय चिंतामणि चंद्राकर मैडम हैं। मगर, चिंतामणि चंद्राकर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई थी।
सरकार बदलने के बाद नान घोटाले की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई। एसआईटी ने कुछ दिन पहले चिंतामणि चंद्राकर के घर और अन्य स्थानों पर छापेमारी की थी। इसमें करीब 36 करोड़ की संपत्ति का पता चला था। साथ ही साथ कम्प्यूटर और लैपटॉप आदि भी खंगाले गए थे।
खास बात यह है कि चिंतामणि चंद्राकर, मुकेश गुप्ता के परिजनों द्वारा संचालित एमजीएम अस्पताल ट्रस्ट का सदस्य भी है और वह एकाउंट भी देखता रहा है। सूत्रों के मुताबिक चिंतामणि चंद्राकर जांच में सहयोग नहीं कर रहा था। एसआईटी ने रविवार को गिरफ्तार किया है। एसआईटी बनने के बाद पहली गिरफ्तारी है। कहा जा रहा है कि चिंतामणि चंद्राकर न सिर्फ नान बल्कि एमजीएम ट्रस्ट का भी राजदार है। यही वजह है कि उसे पिछले 15 सालों में अहम जिम्मेदारी दी जाती रही है। यह तथ्य प्रकाश में आया है कि एमजीएम के 97बैंक खाते हैं। जिसकी पड़ताल जिला प्रशासन कर रहा है। यह भी पता चला है कि एमजीएम के ट्रस्ट के खातों से रेखा नायर और उनके परिवार के लोगों को लाखों रूपए ट्रांसफर किए गए हैं। माना जा रहा है कि इस पूरे मामले में चिंतामणि चंद्राकर से काफी कुछ राज सामने आ सकता है।