RAHUL GANDHI ALLEGES | वोटर लिस्ट में 1 लाख फर्जी वोट, चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप!

नई दिल्ली, 7 अगस्त 2025. लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर बड़ा हमला बोलते हुए वोटर लिस्ट में भारी गड़बड़ी का आरोप लगाया है। गुरुवार को संसद भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उन्होंने आंकड़ों और प्रेजेंटेशन के ज़रिए बताया कि महाराष्ट्र और कर्नाटक में लाखों फर्जी वोटर जोड़कर चुनाव में “चोरी” की गई।
राहुल गांधी ने महाराष्ट्र की एक विधानसभा और कर्नाटक की बेंगलुरु सेंट्रल लोकसभा सीट को उदाहरण बनाते हुए चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाया। उन्होंने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में सिर्फ पांच महीने में 40 लाख वोटर ‘रहस्यमय’ तरीके से जोड़े गए।
“हमने जब चुनाव नतीजों का विश्लेषण किया तो साफ लगा कि चुनाव में धांधली हुई है। मशीन-रीडेबल वोटर लिस्ट नहीं देने और डाटा छिपाने से ये स्पष्ट हो गया कि चुनाव आयोग ने बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव को प्रभावित किया है,” – राहुल गांधी
राहुल गांधी ने लगाए 5 बड़े आरोप – कैसे हुई वोट चोरी?
1. डुप्लीकेट वोटर्स (11,965) :
11965 मतदाता दो अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में मौजूद पाए गए। आदित्य श्रीवास्तव जैसे मतदाताओं के नाम उत्तर प्रदेश और कर्नाटक दोनों जगह दर्ज हैं।
2. फर्जी और अमान्य पते (40,009) :
करीब 40 हजार मतदाताओं के पते या तो गलत हैं या उनका कोई अस्तित्व नहीं है। कई वोटर लिस्ट में पते के स्थान पर “0” लिखा गया है।
3. एक पते पर दर्जनों वोटर (10,452) :
राहुल गांधी ने दावा किया कि 50-60 लोगों का नाम एक ही पते पर दर्ज है। उन्होंने ऐसे घरों की तस्वीरें भी दिखाई जहां दर्जनों मतदाताओं का पंजीकरण हुआ।
4. अमान्य फोटो (4,132) :
4000 से अधिक मतदाताओं की तस्वीर या तो नहीं है या इतनी धुंधली है कि पहचान संभव नहीं।
5. फॉर्म 6 का दुरुपयोग (30,000+) :
नए मतदाता जोड़ने वाले फॉर्म 6 का गलत इस्तेमाल कर 30 हजार से ज्यादा डुप्लीकेट नाम जोड़े गए। 70 वर्षीय शकुन रानी का नाम दो बार दर्ज है, जिससे वे दो बार मतदान कर सकती हैं।
बेंगलुरु सेंट्रल पर 1 लाख वोट चोरी का आरोप
राहुल गांधी ने कहा कि बेंगलुरु सेंट्रल लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली महादेवपुरा विधानसभा सीट में 6.5 लाख मतदाताओं में से 1 लाख वोट फर्जी हैं। कांग्रेस की रिसर्च टीम ने यहां बड़ी संख्या में डुप्लीकेट, फर्जी पते और अमान्य फोटो वाले वोटर्स पाए।
चुनाव आयोग की भूमिका पर उठे सवाल
राहुल गांधी ने कहा कि इन तमाम तथ्यों से साफ है कि चुनाव आयोग निष्पक्ष तरीके से काम नहीं कर रहा। उन्होंने आयोग की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए कहा कि यदि समय रहते सुधार नहीं हुए तो भारत की लोकतांत्रिक प्रक्रिया खतरे में पड़ सकती है।



