पर्यटन मंडल से हटाए दर्जनों कर्मी, पुन: बहाली की मांग, 10 से 15 वर्षों तक नौकरी पर थे
रायपुर। छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल से हटाए गए 6 दर्जन से अधिक अनियमित कर्मियों ने पुन: बहाली की मांग सरकार से की है। उन्होंने कहा है कि वे सभी 10 से 15 वर्षों तक वहां काम करते रहे, लेकिन अचानक नोटिस जारी कर उन सभी को हाल ही में हटा दिया गया है। ऐसे में वे सभी बेरोजगार हो गए हैं और उनके सामने रोजी-रोटी की समस्या खड़ी हो गई है।
निकाले गए कर्मचारियों ने मीडिया को बताया कि 13 अगस्त व 6 सितंबर को उनकी नौकरी समाप्त कर दी गई। सरकार उनसे पूछ रही है कि उन सभी ने पर्यटन मंडल को कितना कमा कर दिया है। पर्यटन को कितना बढ़ावा मिला। कर्मियों का कहना है कि वे सभी छोटे-छोटे कर्मचारी हैं। अफसरों ने उनसे जो काम लिया, उसे ईमानदारी से पूरा किया। बुकिंग के बाद पर्यटकों की जानकारी दी। जन पर्यटन योजना और भ्रमण के बारे में बताया।
उन्होंने मांग की है कि 2008 में की गई भर्ती में अनियमितता की जांच की जाए और दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाए। दूसरी ओर उन सभी की नौकरी में वापसी की जाए। उनका कहना है कि वर्षों काम करने के बाद नियमित करने के बजाए नौकरी से हटा देने से उनके घर परिवार के सामने रोजी-रोटी की समस्या खड़ी हो गई। वे खुद भी बेरोजगार हो गए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री, राज्यपाल के नाम पर ज्ञापन भी सौंपा है।