आफत बनकर बरस रही बारिश, यूपी-बिहार में 100 से ज्यादा मौतें
भारी बारिश से देश के विभिन्न इलाकों में न सिर्फ जन-जीवन अस्त-व्यस्त है, बल्कि आफत की बारिश ने कई जिंदगियों को लील लिया है। पिछले चार दिनों में देश भर में भारी बारिश से जुड़ी घटनाओं में 120 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई, जिनमें सबसे ज्यादा मौतें उत्तर प्रदेश में हुईं। बिहार में लगातार बारिश ने सामान्य जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित किया है, राजधानी पटना के लगभग सभी क्षेत्रों में पानी भर गया है और दैनिक जरूरतों को पूरा करने के लिए लोग संघर्ष कर रहे हैं। वहीं यूपी में भी बारिश मौत बनकर बरस रही है। यूपी में भी अब तक बारिश से करीब 90 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। मॉनसून की मार से बिहार, यूपी, मध्य प्रदेश राजस्थान सभी त्रस्त दिख रहे हैं। यूपी-बिहार में अब भी तेज बारिश की आशंका जाहिर की गई है और बिहार के करीब 23 जिलों में रेड अलर्ट भी जारी किया गया है।
मौसम विभाग ने कहा कि मानसून की वापसी में और अधिक देरी हो सकती है। बिहार सहित देश के कई राज्यों में मूसलाधार बारिश जारी है, जहां पिछले 48 घंटों में कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई है, जबकि बड़े पैमाने पर कई क्षेत्र पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं, जिससे रेल यातायात, स्वास्थ्य सेवाएं, स्कूलों के संचालन प्रभावित हुआ हैं और बिजली की आपूर्ति बाधित हुई है। उत्तर प्रदेश में गुरुवार से अब तक कम से कम 93 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य सरकार की एक रिपोर्ट के अनुसार, रविवार को 14 लोगों की मौत हो गई। इससे पहले शनिवार को 25 और शुक्रवार को 18 लोगों की मौत हो गई थी। इससे पहले के दिनों में 36 लोगों की मौत हुई।
केंद्रीय जल आयोग के अपर गंगा बेसिन संगठन, लखनऊ ने कहा कि घाघरा और शारदा नदी कई स्थानों पर सामान्य जल स्तर से ऊपर बह रही हैं। अधिकारियों ने बताया कि गुजरात में, सौराष्ट्र क्षेत्र के कई हिस्सों में भारी बारिश के बाद रविवार को राजकोट जिले में भीषण बाढ़ के कारण कार के बह जाने से तीन महिलाएं डूब गईं।
उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और राजस्थान में शनिवार को भारी बारिश के कारण हुई घटनाओं में 13 लोगों की मौत हो गई। इस बीच, भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने रविवार को बताया कि चार महीने का मानसून का मौसम वैसे तो सोमवार को आधिकारिक तौर पर खत्म होने जा रहा है किंतु, सप्ताहांत तक इसके खत्म होने के आसार नहीं हैं। मौसम विभाग ने कहा कि राजस्थान, बिहार और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में मानसून अभी भी सक्रिय है।
पटना में हालत बहुत बदतर हो गई है। पूरा शहर एक बड़ी झील में तब्दील हो गया है। राजेंद्र नगर और पाटलिपुत्र कॉलोनी जैसे निचले इलाकों में बाढ़ आ गई है। शहर के कई अस्पताल, दुकान, बाजार जलमग्न हो चुके हैं। यातायात बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है। जगह-जगह जलभराव की समस्या खड़ी हो गई है। इस बीच शहर के कुछ इलाकों में निवासियों को बचाने के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमें लगी हुई हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, राज्य की राजधानी में शुक्रवार शाम से 200 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई है, जिसे आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने ”पूरी तरह से अप्रत्याशित बताया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिलाधिकारियों के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस के बाद संवाददाताओं से कहा, ”हम हर संभव प्रयास कर रहे हैं। मैं राज्य के लोगों से धैर्य और हिम्मत रखने की अपील करता हूं।
बिहार के भागलपुर जिले के बरारी थाना क्षेत्र में रविवार को भारी बारिश के कारण अलग अलग स्थानों पर दीवार ढहने से मलबे के नीचे दबकर छह लोगों की मौत हो गयी एक व्यक्ति जख्मी हो गया। भागलपुर जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने बताया कि भारी बारिश के कारण बरारी थाना क्षेत्र में स्थित हनुमान मंदिर की चारदीवारी के अचानक गिर जाने से तीन लोगों की मौत हो गयी जबकि एक अन्य व्यक्ति जख्मी हो गया।
पटना के खगौल थाना में दानापुर रेलवे स्टेशन के पूर्वी गेट के पास भारी बारिश के बीच सड़क के किनारे एक पेड़ ऑटो रिक्शा पर अचानक गिर गया, जिसके चलते ऑटो रिक्शा पर सवार डेढ़ साल की एक बच्ची और तीन महिलाओं की रविवार को मौत हो गई। खगौल थाना अध्यक्ष मुकेश कुमार ने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। कैमूर के जिला मुख्यालय भभुआ में भी तीन मौतें हुईं, जहां लगातार बारिश के कारण दो घर ढह गए। नवादा में, जलधारा में बहे तीन स्थानीय लोगों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।
इस बीच, आधिकारिक बयान में कहा गया है कि झारखंड के गुमला जिले में रविवार को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद का निर्धारित कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है। सूत्रों ने बताया कि क्षेत्र में भारी बारिश के कारण यह निर्णय लिया गया। भारी बारिश के कारण रविवार को पटरी धंसने से पूर्वोत्तर रेलवे के बलिया-छपरा रेल खंड पर यातायात पूरी तरह बाधित हो गया।
पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मण्डल के जन सम्पर्क अधिकारी महेश गुप्ता ने बताया कि भारी बारिश के कारण आज तड़के सवा चार बजे छपरा-बलिया रेल खंड पर बलिया और बांसडीह रेलवे स्टेशन के बीच पटरी धंसने की सूचना मिली थी। इसकी वजह से रेल खंड पर यातायात पूरी तरह ठप हो गया। उन्होंने बताया कि इस रेल खंड पर यातायात ठप होने के कारण सात ट्रेनों का संचालन निरस्त किया गया है तथा छह ट्रेनों को परिवर्तित मार्ग से भेजा जा रहा है। कोलकाता में भी भारी बारिश के कारण कई सड़कों पर जलभराव हो गया।
अधिकारियों ने रविवार को बताया कि जम्मू-कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) के पास बीएसएफ के 54 वर्षीय एक उप निरीक्षक के डूबने की आशंका है। अधिकारियों ने रविवार को बताया कि उप-निरीक्षक (एसआई) पारितोष मंडल अरनिया सेक्टर में जयकिशन चौकी के निकट नदी के तट से शनिवार शाम करीब छह बजे लापता हो गए। इसके बाद सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने व्यापक तलाश अभियान शुरू किया है और पाकिस्तान के अपने समकक्षों को भी इसकी जानकारी दी है। वह बल की 36 वीं बटालियन से थे। बताया जाता है कि वह बल के दो कांस्टेबलों के साथ गश्त पर निकले थे,इसके बाद वह लापता हो गए।
अधिकारियों ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास एईक नाला इलाके में एसआई की तलाश लगातार जारी है। राजस्थान में पिछले 24 घंटे के दौरान डूंगरपुर में भारी बारिश और पूर्वी हिस्सों के कुछ स्थानों और पश्चिमी हिस्सों के एक दो स्थानों पर हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश दर्ज की गई है।
विभाग ने आगामी 24 घंटे के दौरान 14 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में भारी बारिश के बाद रविवार को राजकोट जिले में तीन महिलाएं बाढ़ के पानी में डूब गईं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने कहा कि इसके अलावा शनिवार शाम गिर सोमनाथ जिले के निकट एक नौका पलटने से उसमें सवार चार मछुआरों के बह जाने की आशंका है। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि राजकोट में तीन महिलाओं समेत चार संबंधी एक कार्यक्रम में शिरकत करने के लिये जामकंडोरणा के रास्ते पर थे तभी उनकी कार फोफल नदी पर बने सेतु पर पानी की जोरदार लहर की चपेट में आकर बह गई।
उन्होंने कहा कि तीनों महिलाएं बह गईँ और स्थानीय निवासियों ने पुरुष को बचाकर अस्पताल में भर्ती कराया जहां उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है। इस बीच, तटरक्षकों और नौसैन्य पुलिस की एक टीम गिर सोमनाथ के उना तालुका में नवा बंदर तट पर अरब सागर में नौका पटलने के बाद लापता हुए चार मछुआरों का पता लगाने में जुटी है।
मौसम विभाग ने सोमवार तक पूरे राज्य में बड़े पैमाने पर बारिश का अनुमान जताया है और मछुआरों को समुद्र तट पर नहीं जाने की सलाह दी है।