स्वतंत्रता सेनानी के अपमान का आरोप, नेता प्रतिपक्ष समेत भाजपा पार्षदों का धरना निगम अफसरों ने मांगी माफी, श्रद्धांजलि
रायपुर। स्वतंत्रता सेनानी कमलनारायण शर्मा की जयंती पर शहीद स्मारक भवन में कोई तैयारी न करने और उनका अपमान करने का भाजपा पार्षद दल ने निंदा करते हुए विरोध किया। निगम सभापति, नेता प्रतिपक्ष के नेतृत्व में भाजपा पार्षदों ने वहां करीब 2 घंटे तक धरना भी दिया। दूसरी ओर इसकी जानकारी मिलने पर वहां निगम के कुछ अधिकारियों ने पहुंचकर उनसे माफी मांगी। इसके बाद धरना खत्म कर स्वतंत्रता सेनानी को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।
नगर निगम की ओर से स्वतंत्रता सेनानी कमलनारायण शर्मा की जयंती पर बुधवार सुबह 10 बजे शहीद स्मारक भवन में एक कार्यक्रम रखा गया था, लेकिन कार्यक्रम को लेकर वहां उनकी कोई तैयारी नहीं रही। यहां तक कि सेनानी की मूर्ति वहां धूल से सराबोर रही। भाजपा पार्षदों ने उसकी साफ-सफाई करते हुए इसकी जानकारी निगम कमिश्नर को दी। उन्हें यह भी बताया गया कि जयंती पर वहां कोई अधिकारी-कर्मचारी नहीं पहुंच पाए हैं। बताया गया कि इस जानकारी के बाद भी वहां निगम पदाधिकारियों-अधिकारियों के नहीं पहुंचने पर भाजपा पार्षद वहीं धरने पर बैठ गए। धरने पर सभापति प्रफुल्ल विश्वकर्मा, नेता प्रतिपक्ष सूर्यकांत राठौर, उपनेता रमेश सिंह ठाकुर, मृत्युजंय दुबे, कचरू साहू, दिलीप सारथी, प्रमोद साहू प्रमुख रूप से शामिल थे।
भाजपा पार्षदों का कहना था कि वे स्वतंत्रता सेनानी कमल नारायण शर्मा का यह अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे। दूसरी ओर लगातार दो घंटे तक प्रायश्चित स्वरूप धरना देने के बाद स्वतंत्रता संग्राम सेनानी कमल नारायण शर्मा की मूर्ति पर माल्यापर्ण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। नेता प्रतिपक्ष राठौर ने कहा कि महापौर एवं संस्कृति विभाग प्रभारी सदस्य को अपने इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। एकओर भूपेश सरकार गांधीजी के विचारों को लेकर पदयात्रा निकाल रही है, वहीं दूसरी ओर नगम निगम का कांग्रेस शासित प्रशासन गांधीवादी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी कमल नारायण शर्मा को श्रद्धांजलि अर्पित करना भी जरूरी नहीं समझ रहा है। यह इस बात का प्रमाण है कि, कांग्रेसियों में गांधीजी के प्रति कितना आदर भाव है। कांग्रेस, गांधी पदयात्रा के नाम पर सिर्फ ढकोसला कर रही है। जिसकी भाजपा पार्षद दल कठोर शब्दों में निंदा करता है।