कुलदीप-श्रीचंद नहीं लड़ेंगे पार्षद चुनाव, विकास ने कहा-पार्टी तय करेगी कौन बनेगा महापौर
रायपुर। महापौर चुनाव अप्रत्यक्ष प्रणाली से कराने की सरकार तैयारी के बाद कांग्रेस और भाजपा के कई बड़े नेता दौड़ से खुद को बाहर कर लिया है। रायपुर उत्तर के विधायक कुलदीप जुनेजा और पूर्व विधायक श्रीचंद सुंदरानी ने साफ तौर पर कहा कि वे पार्षद का चुनाव नहीं लड़ेंगे। जबकि रायपुर पश्चिम के विधायक विकास उपाध्याय ने कहा कि पार्टी चाहेगी तो चुनाव लड़ेंगे।
बताया गया कि महापौर के सीधे चुनाव के चलते रायपुर उत्तर विधायक कुलदीप जुनेजा और पश्चिम के विधायक विकास उपाध्याय ने अपनी दावेदारी ठोकी थी लेकिन बदली परिस्थितियों में कुलदीप ने पार्षद का चुनाव नहीं लडऩे का फैसला लिया है। कुलदीप ने कहा कि वे दो बार विधायक रह चुके हैं। ऐसे में उनके पार्षद चुनाव लडऩे का कोई औचित्य नहीं है। यदि महापौर का चुनाव सीधे होता, तो वे जरूर चुनाव लड़ते।
पूर्व विधायक श्रीचंद सुंदरानी ने कहा कि यदि महापौर का सीधे चुनाव होता तो वे चुनाव लडऩे की इच्छा जाहिर कर चुके थे, लेकिन वे पार्षद का चुनाव नहीं लड़ेंगे। वे आम कार्यकर्ता का हक नहीं मारना चाहते हैं। दूसरी तरफ, आरडीए के पूर्व अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव ने कहा कि यदि पार्टी चाहेगी, तो वे पार्षद का भी चुनाव लड़ सकते हैं। इसी तरह कांग्रेस के प्रमुख पार्षद एजाज ढेबर सहित कई वरिष्ठ पार्षद फिर से चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं। महापौर प्रमोद दुबे के भी पार्षद चुनाव लडऩे की अटकलें लगाई जा रही है, लेकिन उन्होंने अब तक अपना रुख साफ नहीं किया है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता सुभाष तिवारी, प्रफुल्ल विश्वकर्मा सहित कई और नेता पार्षद का चुनाव लडऩा चाहते हैं। पूर्व पार्षद आनंद कुकरेजा भी महापौर बनने के लिए पार्षद का चुनाव लड़ सकते हैं। उल्लेखनीय है कि दिवंगत विधायक तरुण चटर्जी वर्ष 94 में विधायक रहते पार्षद का चुनाव लड़े थे, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।