अंबिकापुर : बांध बनाने के लिए जमीन लेकर भी नहीं दिया मुआवजा, किसान परेशान
अंबिकापुर । विकासखंड अंबिकापुर के ग्राम पंचायत भफोली और कंचनपुर के बीच जल संसाधन विभाग द्वारा बांध का निर्माण गया है। इसके लिए किसानों की अधिग्रहित जमीन के एवज में एक रुपये का मुआवजा नहीं दिया गया है। अब जनपद पंचायत द्वारा बगैर हस्तांतरण बांध में मछली पालन का ठेका एक समिति को दे दिया गया है। इसे लेकर बवाल मच गया है। जिम्मेदार अधिकारियों को बार-बार शिकायत करने के बावजूद भी प्रशासनिक स्तर पर कोई पहल नहीं की गई। जिससे परेशान ग्रामीणों ने जिला पंचायत सदस्य व ब्लॉक कांग्रेस कमेटी ग्रामीण के अध्यक्ष राकेश गुप्ता के समक्ष समस्या रखी और निराकरण का आग्रह किया है।
ग्रामीणों के बुलावे पर ग्राम भफ़ौली पहुंचे जिला पंचायत सदस्य राकेश गुप्ता ने उनकी मांगों और समस्याओं को लेकर लंबी चर्चा की। प्राथमिक शाला परिसर में आयोजित चौपाल में ग्रामीणों ने बताया कि पूर्व माध्यमिक शाला का उन्नयन हाईस्कूल में कर दिया गया है। लेकिन हाई स्कूल का भवन निर्माण नहीं होने की वजह से दि-तों का सामना करना पड़ रहा है।
इसके अलावा गांव की प्रमुख समस्याओं में अधिग्रहित जमीन का मुआवजा नहीं मिलने का मसला छाया रहा ।ग्रामीणों ने बताया कि भफ़ौली और कंचनपुर के बीच बड़े भूभाग में बांध का निर्माण कराया गया है। सिंचाई सुविधा के लिए निर्मित इस बांध में किसानों की सैकड़ों एकड़ भूमि अधिग्रहित कर ली गई है। निजी स्वामित्व की जमीन डूबान क्षेत्र में प्रभावित हुई है। इसका मुआवजा किसानों को नहीं मिला है। वे लगातार संबंधित विभाग के अधिकारियों का चक्कर काट रहे हैं। बावजूद, अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं ।
ग्रामीणों का कहना है कि दर्जनों किसान ऐसे हैं जिनकी बहुफसलीय जमीन अधिग्रहित की गई है। डुबान क्षेत्र में चली गई है। ग्रामीणों की नाराजगी इस बात को लेकर है कि बांध को जनपद पंचायत को हस्तांतरित भी नहीं किया गया है। इसके बाद भी जनपद की ओर से बाकायदा एक मछुआ समिति को मछली पालन के लिए बांध को ठेका में दे दिया गया है।
ग्रामीणों की मांग और समस्याओं को लेकर जिला पंचायत सदस्य ने अधिकारियों से फोन पर चर्चा भी की। और ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि भफ़ौली में जन भावनाओं के अनुरूप मांगों, समस्याओं का निराकरण किया जाएगा। उन्होंने ग्राम के सचिव को सभी समस्याओं को सूचीबद्घ कर उसके निराकरण के लिए समन्वय बनाकर कार्य करने की बात कही।