भैया दूज पर केजरीवाल सरकार का तोहफा, आज से महिलाएं करेंगी बस में मुफ्त यात्रा
आज से दिल्ली में महिलाएं बसों में मुफ्त में सफर कर पाएंगी। दिल्ली की महिलाओं को भाई दूज पर केजरीवाल सरकार ने बड़ा तोहफा दिया है। अरविंद केजरीवाल के फ्री राइड योजना के मुताबिक, आज यानी मंगलवार से दिल्ली की डीटीसी और क्लस्टर बसों में महिलाएं मुफ्त यात्रा कर सकेंगी। इतना ही नहीं, महिलाओं के सफर को सुरक्षित बनाने के लिए भी केजरीवाल सरकार ने इंतजाम कर दिया है। बता दें कि अगस्त में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में महिलाओं के लिए भाई दूज के अवसर पर 29 अक्टूबर से डीटीसी बसों में यात्रा मुफ्त करने की घोषणा की थी। राजधानी में दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) और क्लस्टर की बसों में मंगलवार (भैया दूज) से महिलाएं मुफ्त सफर कर सकेंगी। इसके लिए उन्हें गुलाबी टोकन लेना होगा। लेकिन कोई किराया नहीं लगेगा। बस में मुफ्त सफर टिकट लेने पर ही मान्य होगा।
गुलाबी टिकट जरूरी : डीटीसी और क्लस्टर बसों में मुफ्त सफर के लिए महिलाओं को गुलाबी टोकन लेना होगा। लेकिन इसके लिए कोई शुल्क नहीं देना होगा। यह केवल एक गंतव्य स्थल के लिए मान्य होगा। दोबारा से बस में सफर करने के लिए अलग टोकन लेना होगा। इस योजना पर करीब 140 करोड़ रुपये का खर्च आ रहा है। जिसमें 90 करोड़ डीटीसी पर और 50 करोड़ रुपये क्लस्टर की बसों पर खर्च होंगे।
दस लाख से अधिक महिलाओं को लाभ : मुफ्त सफर योजना का करीब दस लाख से अधिक महिलाओं को लाभ मिलेगा। एक अनुमान के मुताबिक, डीटीसी और क्लस्टर बसों में रोजाना 31 लाख यात्री बस में सफर करते हैं जिसमें 30 फीसदी महिलाएं हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार राष्ट्रीय राजधानी में महिलाओं की सुरक्षा बढ़ाने के प्रति वचनबद्ध है और इसके तहत 29 अक्टूबर तक दिल्ली की बसों में मार्शलों की संख्या बढ़ाकर तकरीबन 13 हजार कर दी जाएगी। केजरीवाल ने त्यागराज स्टेडियम में नवनियुक्त मार्शलों के एक एक कार्यक्रम में कहा, ”आज मैं आप सभी को यह सुनिश्चत करने की जिम्मेदारी सौंपना चाहता हूं कि हर सरकारी बस में महिलाएं सुरक्षित महसूस करें और पूरे आत्मविश्वास के साथ यात्रा कर सकें।
केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली की बसों में मार्शलों की मौजूदा संख्या 3400 है। उन्होंने कहा, ”कल भाईदूज के पावन पर्व पर बसों में मार्शलों की संख्या बढ़ाकर लगभग 13 हजार कर दी जाएगी। हम शहर में महिलाओं की सुरक्षा बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। मुझे लगता है कि बसों में मार्शलों की संख्या में ऐसी बढ़ोत्तरी दुनिया के किसी भी शहर में नहीं की गई होगी। यह घोषणा दिल्ली विधानसभा चुनाव से कुछ ही महीने पहले की गई है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा, ” दिल्ली के दो करोड़ लोग परिवार की तरह हैं और मुख्यमंत्री होने के नाते मैं उस परिवार के बड़े बेटे जैसा हूं। मुझे परिवार के हर सदस्य का ख्याल जरूर रखना होगा। मुझे परिवार के हर सदस्य का ख्याल रखना है। यह सुनिश्चित करना मेरा कर्तव्य है कि प्रत्येक व्यक्ति को 24 घंटों 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली की सुविधा मिले, बुजुर्ग लोग तीर्थ यात्रा पर जाएं और उन्हें एक आरामदायक जीवन के लिए हर तरह की सुविधा मिले।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह चिंता का विषय है कि महिलाएं इस शहर में खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करती हैं। उन्होंने कहा, ”इसलिए इस परिवार का बड़ा बेटा होने के नाते सभी महिलाओं को सुरक्षित माहौल मुहैया कराना मेरा कर्तव्य है। अब यह आपकी (मार्शल) जिम्मेदारी है कि बस में यात्रा कर रही आप अपनी मांओं, बहनों और बेटियों की सुरक्षा सुनिश्चित करें ताकि वह बस में भी अपने घर जैसी सुरक्षा महसूस करें। केजरीवाल ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि मार्शल अपना कर्तव्य ईमानदारी और मजबूत इरादे के साथ पूरा करेंगे। वहीं दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने मार्शलों से कहा कि उन्हें एक बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है और वह चाहते हैं कि यह दुनिया की सर्वश्रेष्ठ मार्शल परियोजना बने।
हाईटेक सुविधाओं से लैस हैं बसें
गौरतलब है कि चार दिन पहले ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को 104 नयी बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। द्वारका सेक्टर 22 स्थित बस डिपो से बसों को रवाना करते हुए केजरीवाल ने कहा कि यह लोगों को सुविधा प्रदान करने की तरफ बड़ा कदम है और इससे दिल्ली की जन परिवहन सेवा मजबूत होगी। उन्होंने कहा था कि आम आदमी पार्टी की सरकार महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अगले सप्ताह तक बसों में मार्शल की नियुक्ति करेगी। इन बसों में सीसीटीवी कैमरों, महिलाओं की सुरक्षा के लिए ‘पैनिक बटन और दिव्यांग यात्रियों के लिये हाइड्रोलिक लिफ्ट जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं हैं।