रिक्शा चालक के नाम पर चढ़ा दी करोड़ों की जमीन, आईजी ने बनाई जांच टीम
बिलासपुर, 29 जनवरी। रिक्शा चालक के नाम पर करोड़ों रुपये की जमीन की रजिस्ट्री कर अवैध प्लाटिंग करने की शिकायत पर पुलिस महानिरीक्षक रतनलाल डांगी ने जांच कमेटी बनाई है।
ज्ञात हो कि रिक्शा चालक 72 वर्षीय भोंदू दास के नाम पर शहर से लगे मोपका और चिल्हाटी में कई एकड़ सरकारी जमीन दर्ज करा दी गई थी। 12 जनवरी 2016 को अतिरिक्त तहसीलदार के न्यायालय में भोंदू दास के नाम से एक आवेदन जमा हुआ था जिसमें उसने बताया था कि 13 जून 1963 को लगरा स्थित 5 एकड़ 70 डिसमिल जमीन को उसने जूना बिलासपुर निवासी वासला बी पति शेख रमजान से पंजीकृत विक्रय के आधार पर खरीदा था। बाद में राम यादव नामक व्यक्ति ने इसका मुख्तियारनामा तैयार करा लिया और उसे टुकड़ों में बेचना शुरू कर दिया। मामला सामने आने पर पुलिस महानिरीक्षक डांगी ने जांच के आदेश दिए। उसके लिए उन्होंने एडिशनल एसपी रोहित झा के नेतृत्व में एक टीम बनाई है। इसमें एसडीएम पुलक भट्टाचार्य और सरकंडा के थाना प्रभारी परिवेश तिवारी को भी शामिल किया गया है। एडिशनल एसपी राजस्व अधिकारियों के साथ कल रजिस्ट्री ऑफिस पहुंचे और उन्होंने इस मामले से संबंधित दस्तावेजों का अवलोकन किया। उन्होंने पंजीयन अधिकारियों से अन्य दस्तावेजों की जानकारी मांगी है। इस गड़बड़ी में राजस्व विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों की मिलीभगत की आशंका है। जिस रिक्शा चालक के नाम पर करोड़ों रुपए की जमीन दर्ज है वह अब भी गरीब वर्ग में है। उसे स्वयं इस बारे में पता नहीं है कि उसके नाम पर यह जमीन कैसे चढ़ गई है।