दो लक्जरी कार की मालकिन छन्नी के स्कूटी दौरे पर आदिवासी समाज भडक़ा
राजनांदगांव, 12 फरवरी। खुज्जी विधायक छन्नी साहू पर आदिवासी समुदाय एक बार फिर हमलावर हो गया है। विधायक के क्षेत्र में स्कूटी से दौरा करने के मामले को लेकर समाज ने सवालों की बौछार लगा दी है। समाज का आरोप है कि सत्तारूढ़ दल की विधायक ने क्षेत्र की विकास से ध्यान हटाकर निजी वर्चस्व बनाने के लिए स्कूटी में दौरा करने का अविवेकपूर्ण कदम उठाया है।
दरअसल अवैध रेत उत्खनन के मामले में उनके पति चंदू साहू के विरुद्ध आदिवासी समाज के एक युवक को पीटने और जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करने के आरोप में पुलिस ने जेल भेज दिया था। एकतरफा पुलिस कार्रवाई से खफा होकर विधायक ने सुरक्षा गार्डों और एसपीओ को वापस कर दिया। वहीं वाहन इस्तेमाल नहीं करने की भी ठान ली। पिछले सप्ताहभर से विधायक स्कूटी लेकर गांव का दौरा कर रही है। अब इस मामले को लेकर आदिवासी समाज फिर से मुखर हो गया है। समाज का आरोप है कि सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए विधायक स्कूटी से दौरा करने का दिखावा कर रही है। जबकि वह तकरीबन 50 लाख कीमतों की दो लक्जरी कार की मालकिन है।
पिछले कुछ दिनों से छुरिया की राजनीति में किसी न किसी तरीके से मामला राजनीतिक सुर्खियां बंटोर रहा है। आदिवासी समाज का कहना है कि अपने व्यक्तिगत दबदबे को कायम करने के लिए विधायक ने क्षेत्र की जनता से नाता तोड़ लिया है।
इस संबंध में केंद्रीय गोंड महासभा के तहसील संघ के अध्यक्ष मदन नेताम ने कहा कि वाहन से संपन्न होने के बावजूद विधायक का यह रवैया समझ से परे है। उन्होंने सवाल किया कि विधायक इस मामले को बेवजह क्यों तूल दे रही है? जबकि सत्तारूढ़ दल की वह एक जिम्मेदार विधायक हैं। उनके इस कदम से जनता को मिलने वाली सुविधाएं बंद पड़ी है। नेताम ने कहा कि आदिवासी समाज विधायक के इस कदम की तीखी भत्र्सना करता है। उन्होंने जिस तरह से एक मामूली विवाद को राजनीतिक रंग देने का प्रयास किया है, उससे क्षेत्र की जनता और समाज आहत है। समाज की ओर से यह भी कहा गया है कि विधायक चुनिंदा कार्यक्रमों में भी स्कूटी से पहुंच रही है। जबकि देर रात होने वाले कार्यक्रमों में वह अपने चार पहिया वाहनों का उपयोग कर रही है। इस तरह दोहरी नीति अपनाकर विधायक अपनी साख को ही धूमिल कर रही है।
विधायक के नाम इनोवा और मराजो कार
आदिवासी समाज की ओर से आरोप लगाया गया है कि विधायक श्रीमती साहू के पास इनोवा और मराजो जैसी महंगी कारें है। दोनों कार विधायक के नाम से ही रजिस्टर्ड है। सीजी-08-एजे-6520 मराजो और सीजी-08-एआर-3635 इनोवा कार की वैध मालिक विधायक ही है।
समाज का कहना है कि सिर्फ अपनी बात मनवाने के लिए विधायक कार छोडक़र स्कूटी में घूमती दिख रही है। इससे आम लोगों के बीच उनके खिलाफ नाराजगी पनप रही है। आदिवासी समाज भी उनसे बेहद नाराज हैं। इस मामले में शासन-प्रशासन को भी दखल देना चाहिए। उधर विधायक श्रीमती साहू ने आदिवासी समाज के प्रतिक्रिया के जवाब में ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि विकास के लिए वाहन कोई आधार नहीं है। वह अपने सुविधानुसार क्षेत्र की भलाई के लिए काम कर रही हैं। आगे भी वह सुविधा के तहत दौरा करेंगी।