कोरबा कलेक्टर-डीएफओ विवाद, सीएम ने संज्ञान में लिया
रायपुर, 14 फरवरी। कोरबा कलेक्टर रानू साहू, और कटघोरा डीएफओ के बीच तनातनी के मामले को सीएम भूपेश बघेल ने संज्ञान में लिया है। दोनों अफसरों के बीच विवाद में जिले के विधायक भी कूद गए हैं, और वे सीएम से मिलकर वन क्षेत्र में निर्माण कार्य में दिक्कतों पर अपनी बातें रखेंगे। इससे परे वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने कोरबा में विवाद पर आला अफसरों के साथ बैठक की है।
एकलव्य आवासीय विद्यालय, और खेल मैदान कटघोरा वन मंडल से 6 हेक्टेयर जमीन आबंटन के मसले पिछले दिनों पर कलेक्टर रानू साहू, और डीएफओ शमा फारूकी आपस में भिड़ गए। डीएफओ ने नियमों का हवाला देकर जमीन देने से मना कर दिया था। इस पर कलेक्टर ने उन्हें जमकर फटकार भी लगाई।
बताया गया कि वन क्षेत्रों में जन उपयोगी कार्यों के लिए जमीन के डायवर्सन के अधिकार कलेक्टर और डीएफओ की समिति को दिए गए हैं। कटघोरा वनमंडल क्षेत्र में डायवर्सन नहीं होने के कारण कई निर्माण कार्य नहीं हो पा रहे हैं। कहा जा रहा है कि डीएफओ की अडंग़ेबाजी के कारण निर्माण कार्य रूका हुआ है।
कलेक्टर पहले भी इसको लेकर अलग-अलग स्तरों पर शिकायत कर चुकी हैं। जबकि डीएफओ की तरफ से कलेक्टर पर बेवजह दबाव बनाने का आरोप लगाया गया है। इससे परे वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने सोमवार को इस पूरे विवाद पर प्रमुख सचिव मनोज पिंगुवा और पीसीसीएफ (प्रशासन) राकेश चतुर्वेदी के साथ बैठक की है। उन्होंने वस्तु स्थिति की जानकारी ली है। दूसरी तरफ, सीएम भूपेश बघेल ने भी प्रकरण को संज्ञान में लिया है। कहा जा रहा है कि वे यूपी से लौटकर इस पर कोई कड़ा फैसला ले सकतेे हैं। यही नहीं, कटघोरा और पालीतानाखार के विधायक भी इस पूरे विवाद पर कूद गए हैं। वे सीएम से मिलकर अपनी बात रखेंगे।