वकीलों की गिरफ्तारी की मांग लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर नांदगांव के अफसर
राजनांदगांव, 14 फरवरी। जिले के कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा के अफसरों ने सोमवार को रायगढ़ में लिपिक और भृत्य के साथ अधिवक्ताओं द्वारा मारपीट किए जाने की घटना के विरोध में अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू किया। कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ के बैनर तले हड़तालियों ने सरकार से फौरन आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है। राजनांदगांव कलेक्टर के नाम ज्ञापन में अनिश्चितकालीन हड़ताल करते हुए मांग में कहा गया है कि रायगढ़ के अनुविभागीय कार्यालय में पदस्थ लिपिक और भृत्य अखिलेश श्रीवास के साथ कतिपय अधिवक्ताओं ने खुलेआम मारपीट की।
इस मामले में पुलिस में शिकायत भी की गई है, लेकिन आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है। इसी के विरोध में स्थानीय कलेक्टोरेट परिसर के सामने अनिश्चितकालीन हड़ताल करते हुए संघ ने घटना को लेकर निंदा प्रस्ताव भी पारित किया। वहीं तीन सूत्रीय मांग को पूरा करने के लिए संघ ने राज्य सरकार से त्वरित कार्रवाई करने की भी मांग की है। तीन सूत्रीय मांग में घटना को अंजाम देने वाले समस्त आरोपियों की गिरफ्तारी, सभी राजस्व न्यायालयों में एक-04 गार्ड के साथ मुहर्रिर की व्यवस्था करने तथा इस तरह की घटना की पुनर्रावृत्ति पर रोक लगाना शामिल है। आज से शुरू हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल के कारण प्रशासनिक कामकाज भी प्रभावित हुआ है। सरकारी कार्यालयों में कनिष्ठ अफसरों की गैरमौजूदगी से लोग भटकते रहे। इस संबंध में तहसीलदार हितेश देवांगन ने अपनी प्रतिक्रिया में बताया कि रायगढ़ में हुई घटना के विरोध में कनिष्ठ अफसर हड़ताल पर हैं। आरोपियों की गिरफ्तारी होने तक हड़ताल जारी रहेगा। प्रदर्शन करने वालों में राजू पटेल, कोमल ध्रुव समेत अन्य लोग शामिल थे।
कल राजधानी में प्रदर्शन
कनिष्ठ अफसर संघ कल राजधानी रायपुर में अनिश्चितकालीन हड़ताल करेगा। समूचे राज्य से तहसीलदार, नायब तहसीलदार, राजस्व विभाग के लिपिक और कोटवार भी हड़ताल में शामिल होंगे। संघ का कहना है कि रायगढ़ में रीडऱ और भृत्य के साथ हो रही हाथापाई में बीच-बचाव करने उतरे नायब तहसीलदार को भी पीटा गया है। इससे यह सवाल खड़ा हो गया है कि जब नायब तहसीलदार सुरक्षित नहीं है तो दीगर कर्मचारी कैसे सुरक्षित रहेंगे। संघ ने कार्यालयों में भयमुक्त माहौल बनाने के लिए सरकार से सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त करने की मांग की है।