फर्जी रॉयल्टी पर्ची से रेत तस्करी करने वाले मुख्य आरोपी को बचा रही पुलिस, वन विभाग की भूमिका भी संदेहास्पद
राजनांदगांव, 12 मार्च। छुरिया इलाके में फर्जी रायल्टी पर्ची से रेत तस्करी करने वाले को पुलिस द्वारा बचाने का आरोप खुज्जी विधायक छन्नी साहू ने लगाया है। छन्नी साहू ने अपने पति पर एकतरफा कार्रवाई का भी आरोप लगाया है। इस पूरे मामले में वन विभाग और पुलिस की भूमिका को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं।
विधायक साहू ने बताया कि 4 दिसंबर को वे अपने क्षेत्र के दौरे में थी, तब उनके साथ सुरक्षाकर्मी और पॉयलटिंग वाहन भी थे। ड्राईवर के अवकाश में होने के चलते उनकी गाड़ी उनके पति चंदू साहू चला रहे थे। इलाके में रेत की अवैध तस्करी हो रही थी, जिसे देखकर उन्होंने ऐसा करने से वाहन चालक को मना किया, लेकिन इस घटना को रेत माफियाओं के संरक्षण में बदल दिया गया।
परिवहन कर रहे माजदा चालक ने उनके पति पर गाली-गलौज सहित धमकी का आरोप लगाकर 6 दिसंबर को थाना में शिकायत कर दी और पुलिस ने एट्रोसिटी एक्ट के पहले एफआईआर को लेकर बने नियमों की अनदेखी करते उनके पति चंदू साहू पर मामला दर्ज कर लिया। पुलिस ने इस दौरान उनके साथ रहे पुलिस कर्मियों और सुरक्षा में लगे जवानों तक का बयान नहीं लिया। यह सीधे तौर पर रेत माफियाओं के इशारे पर पुलिस की एकतरफा कार्रवाई साबित हुई।
वाहन मालिक पर कार्रवाई नहीं
मामला गरमाने के बाद माजदा चालक ने रायल्टी पर्ची भी प्रस्तुत किया, लेकिन खनिज विभाग की जांच में उक्त पर्ची फर्जी निकली। खुद रेत खदान के संचालक ने रायल्टी पर्ची को फर्जी होना बताया, लेकिन जिस वाहन में रेत की अवैध तस्करी हो रही थी, उसे बचा दिया गया है, जिस पर कार्रवाई की मांग विधायक ने पहले भी की थी।
वन विभाग ने की रेत तस्कर की मदद
4 दिसंबर को वाहन छुरिया में अवैध रेत परिवहन करते जब्त किया गया। वन विभाग ने वन क्षेत्र से रेत के परिवहन को लेकर यह कार्रवाई की थी। इसके बाद तरूण सिन्हा के कर्मचारियों ने खुर्सीटिकुल रेत खदान रॉयलटी पर्ची दिखाई। वन विभाग के अधिकारियों-कर्मियों ने वाहन को छोड़ते खनिज विभाग को सूचित करने का उल्लेख करते वाहन को छोड़ दिया। इसके बाद वन विभाग ने कभी भी इस कार्रवाई और आगे की जांच के लिए खनिज विभाग से कोई पत्राचार नहीं किया। साफ है कि वन विभाग के अधिकारी-कर्मियों ने भी रेत तस्कर की इस मामले में मदद की।
आईजी-एसपी से शिकायत फिर भी कार्रवाई नहीं
विधायक साहू ने पूरे घटनाक्रम की शिकायत आईजी व एसपी से भी की थी। उन्होंने फर्जी रायल्टी पर्ची के सहारे रेत का अवैध परिवहन करने वालों पर कार्रवाई की मांग की, लेकिन अब तक रेत माफियाओं के खिलाफ पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई है। जबकि उनके पति पर झूठी शिकायत को आधार बनाकर पुलिस ने नियम विपरीत एक तरफा कार्रवाई करने में तत्परता दिखाई। विधायक साहू ने इलाके के रेत माफिया व अवैध परिवहन में लगे वाहन के मालिक पर मामला दर्ज करने की मांग की है।
आरोपी को बचाने जांच का बहाना
पुलिस ने फर्जी रॉयल्टी मामले में वाहन मालिक के मुनीम की गिरफ्तारी की है, लेकिन वाहन मालिक पर कार्रवाई को लेकर पुलिस के हाथ-पांव फूल रहे हैं। वाहन मालिक को कार्रवाई से इतर रखने के पुलिसिया बहाने भी हजम नहीं हो रहे हैं, जिस बिनाह पर मुनीम की गिरफ्तारी की गई। उससे जाहिर हो चुका है कि इस मामले में वाहन मालिक की मुख्य भूमिका है। उस पर कार्रवाई से बच रही पुलिस जांच जारी होने का बहाना बना रही है।
विधायक को अब मिली दोगुनी सुरक्षा
5 फरवरी को अपनी सुरक्षा लौटा देने वाली खुज्जी विधायक छन्नी साहू को अब दोगुनी सुरक्षा उपलब्ध करवाई गई है। दरअसल रेत माफियाओं के षडय़ंत्र और पुलिस प्रशासन की एकतरफा कार्रवाई से बेहद नाराज थी। 7 मार्च को शुरू हुए बजट सत्र में शामिल होने विधायक छन्नी अपने गांव से 160 किमी का सफर मोपेड पर तय कर ही पहुंची थी। यही नहीं वे विधानसभा भी अपनी ही मोपेड पर पहुंची, जिसे लेकर काफी हो-हल्ला हुआ। गुरुवार को विधानसभा अध्यक्ष ने शून्य काल में इस मामले को सुनते गृहमंत्री को तत्काल विधायक को दोगुनी सुरक्षा उपलब्ध कराने का आदेश दिया।