आम तोड़ने के विवाद को लेकर चार नाबालिगों ने की दो बच्चों की हत्या
बलौदाबाजार, 23 मार्च। आम तोडऩे के मामूली विवाद पर 4 नाबालिगों ने 2 बच्चों की हत्या की थी। हत्या करने वाले चारों नाबालिगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर अभिरक्षा में भेज दिया है। ज्ञात हो कि जिले के कसडोल थाना क्षेत्र के चकरबाय से दो किलोमीटर दूर खेत में मंगलवार को दो मासूम बच्चों की लाश मिली थी।
एसएसपी दीपक झा ने आज पत्रकार वार्ता में बताया कि मामले में मृतक बच्चों और आरोपी बच्चों के मध्य आम तोडऩे की बात पर वाद विवाद हुआ था, वहीं घटना वाले दिन दोनों मृतक बच्चे नदी में नहा कर वापस घर आ रहे थे। इसी बीच उनका सामना आरोपी बच्चों से हो गया। जिसके बाद आरोपी अपचारी बालकों ने पहले हुए वाद विवाद की बात को लेकर दोनों बच्चों के साथ मारपीट करना शुरू कर दिया। मारपीट से बचने के लिए दोनों बच्चे खेत की तरफ भागने लगे। आरोपी बालक भी बच्चों को पकडऩे के लिए इनके पीछे भागने लगे। गांव से कुछ दूर जाने के बाद इन चारों आरोपी बालकों ने दोनों बच्चों को घटनास्थल के पास घेरकर पकड़ा लिया। इसके बाद चारों अपचारी बालकों ने गुस्से में आकर पास में ही रखे लाठी से दोनों बच्चों को मारना शुरू कर दिया, जिससे मौके पर ही दोनों बच्चे शौर्य और लवेन्द्र की मृत्यु हो गई। आरोपी अपचारी बालकों से 2 लाठी बरामद किया गया है।
पुलिस इस प्रकार पहुंची आरोपियों तक
पुलिस की अलग-अलग टीमों ने गांव में ही कैम्प कर घटनास्थल और आसपास के क्षेत्रों का गहन मुआयना कर रही थी, तो पुलिस की दूसरी टीम मृत बच्चों के परिवार वालों, रिश्तेदारों, बच्चों के दोस्तों और अन्य व्यक्तियों से लगातार पूछताछ कर रही थी। इसी दौरान प्रकरण में पता चला कि दोनों मृतक बालकों को आखिरी बार दोपहर में गांव से निकलते देखा गया था।
इसी समय गांव के ही अन्य बालकों के भी नदी में नहाने जाने की जानकारी मिली थी, जिसमें शामिल 2 आरोपी अपचारी बालकों का दोनों मृत बालकों से आम तोडऩे की बात पर से वाद-विवाद हुआ था। उक्त अपचारी बालकों से लगातार मनोवैज्ञानिक रूप से पूछताछ करने पर इन बालकों ने दोनों बच्चों की हत्या करने की बात कबूल ली और प्रकरण में शामिल अपने अन्य 2 अपचारी आरोपी बालकों और घटना के संबंध में भी पूरी जानकारी दी।
इस अंधे दोहरे हत्याकांड को सुलझाने में रायपुर क्राइम ब्रांच की भूमिका रही है। इस मामले का खुलासा करने में थाना एवं चौकी प्रभारियों के नेतृत्व में प्रधान आरक्षक नवीन कुर्रे, जगदीश राठौर, धनंजय यादव, परमानंद रथ, संजय सोनी, आरक्षक मृत्युंजय महिलांगे, सुजीत तंबोली, रामलाल कैवर्त, राजेंद्र साहू, अमीर राय, सूरज पाटले, मनोज ब्रम्हे सहित रायपुर क्राइम का भी सराहनीय योगदान रहा है।
ज्ञात हो कि, चकरवाय से दो मासूम लवेंद्र चेलक और शौर्य चेलक बीते दो दिन पहले गायब हो गए थे, जिनकी तलाश पुलिस कर रही थी। जांच में जुटी पुलिस को अब बच्चों की लाश मिली थी। मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक दीपक झा घटना स्थल पर पहुंचे थे। अधीक्षक दीपक झा ने जांच के लिए जांच अधिकारियों को आवश्यक दिशा- निर्देश दिए थे।