करोड़ों के सरकारी जमीन घोटाले में रिक्शा चालक भोंदूदास पर एक और एफआईआर, रसूखदार अब तक गिरफ्त से बाहर
बिलासपुर, 30 मार्च। जमीन के दस्तावेजों में हेराफेरी कर करोड़ों रुपये की सरकारी जमीन को बेच देने के मामले में गिरफ्तार रिक्शा चालक भोंदूदास व एक अन्य के खिलाफ सरकंडा थाने में एक और एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस ने अब तक इस मामले में उन बिल्डर्स, प्रापर्टी डीलर्स और राजस्व अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है जो इस पूरे फर्जीवाड़े में शामिल हैं।
जमीन दलालों ने तोरवा हेमूनगर के भोंदूदास के नाम पर मोपका की 11.40 एकड़ सरकारी जमीन राजस्व अधिकारियों से मिलीभगत कर उसके नाम पर चढ़ाई थी, फिर बाद में दलालों ने टुकड़े कर करीब दो दर्जन लोगों को बेच दी थी। इसे लेकर आई जी ने एक जांच टीम बनाई थी। पूर्व में तहसीलदार संदीप सिंह ठाकुर की शिकायत पर सरकंडा पुलिस ने लगरा और चिल्हाटी की जमीन को फर्जीवाड़ा कर अपने नाम करने पर भोंदूदास के विरुद्ध दो एफआईआर दर्ज की थी। अब संयुक्त कलेक्टर एसएस दुबे और प्रकाश सिंह की शिकायत पर एक और एफआईआर दर्ज की गई है। इस एफआईआर में कहा गया है कि चिल्हाटी, लगरा और मोपका में स्थित सरकारी जमीन के दस्तावेजों में काट-छांट कर भोंदूदास व अन्य ने उसे अपने नाम करा लिया।
पहले दर्ज की गई एफआईआर के बाद भोंदूदास को गिरफ्तार कर लिया गया था, इस समय वह जेल में है।