राज्य शासन ने सार्वजनिक किए सड़क हादसों के आंकड़े, रायपुर पहले स्थान पर…
राज्य शासन ने जनवरी से अप्रैल के बीच हुए सड़क हादसों के आंकड़े सार्वजनिक किए हैं। इन आंकड़ों में मौत के मामले में दुर्ग चौथे नंबर है। पहले स्थान पर रायपुर, दूसरे स्थान पर राजनांदगांव और तीसरे स्थान पर रायगढ़ है। इन चार महीनों में दुर्ग जिले में कुल 113 लोगों की मौत हुई है। जबकि बीते सालों में ये आंकड़े 70 से 80 से बीच थे। मौत के बढ़ते आंकड़े काफी चिंताजनक हैं। क्योंकि अभी तीन सालों से दुर्ग जिले में सड़क हादसों में होने वाली मौत के सालाना आंकड़े 200 से 220 के बीच ही बने हुए हैं। चार माह के मौत के आंकड़ों के हिसाब से साल भर में 300 लोगों से ज्यादा मौत संभावित हो सकती है। इसे देखते हुए यातायात पुलिस सबसे ज्यादा हादसे वाले स्थानों को चि-त कर वहां आवश्यक सुधार करेगी। ताकि वहां होने वाले हादसों और मौत को आंकड़ों को नियंत्रित किया जा सके।
राज्य के एकीकृत सड़क दुर्घटना डाटाबेस की समीक्षा के दौरान साल के शुरुआती चार महीनों में हुए हादसों और मौत के आंकड़े सामने आए हैं। जिसमें दुर्ग जिले में होने वाले हादसों और मौत की संख्या काफी ज्यादा डराने वाली है। दुर्ग जिले में जनवरी से अप्रैल महीने के बीच में 113 लोगों की मौत हुई है। यदि प्रतिशत के हिसाब से देखा जाए तो मौत के आंकड़ों में 35 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़ोत्तरी है। जबकि लाकडाउन के पहले तक जब जिले में हैवी ट्रैफिक थी। तब भी पूरे साल में 200 से 220 के बीच ही मौत आंकड़ा था। मौत के ये चौंकाने वाले आंकड़ों से यातायात पुलिस महकमा भी हैरान है और इसके हिसाब से प्लानिंग कर रहा है। ताकि आने वाले महीनों में हादसों और उसमें मरने वालों की संख्या में कमी लाई जा सके।