BSP ने भिलाई में 70 दुकानों पर चलवाया बुलडोजर, कब्जा धारकों पर होगी कार्रवाई
भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन बेजा कब्जा धारकों पर लगातार कार्रवाई कर रहा है। बुधवार सुबह बीएसपी के नगर सेवाएं विभाग के डीजीएम केके यादव की अगुवाई में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की गई। बीएसपी अमला भारी पुलिस बल के साथ सुबह 5 बजे से 25 मिलियन चौक पहुंचा। अतिक्रमण दस्ता ने बुलडोजर चलाकर सुबह 10 बजे तक सुपेला फाटक तक स्थित 70 बेजाकब्जा दुकानों को जमीदोज कर दिया।
बीएसपी के नगर सेवाएं विभाग से मिली जानकारी मुताबिक सड़क तक बेजा कब्जा दुकानें लगा लेने से लोगों को आवागमन में परेशानी हो रही थी। सेक्टर 6 चौक पर आए दिन सड़क दुर्घटनाएं भी हो रही थीं। इसके लिए बीएसपी ने संपदा न्यायालय अनुमति ली और उसके बाद यह कार्रवाई की।
बीएसपी की टीम ने कार्य पालक मजिस्ट्रेट और भट्टी थाना पुलिस बल की मौजूदगी सड़क किनारे लगी सभी छोटी बड़ी दुकानों को तोड़ दिया। इस दौरान कुछ लोगों ने विरोध करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उसे दबा दिया।
सेक्टर 6 चौक से सुपेला फाटक की तरफ आते समय दाहिने हाथ में पूरी की पूरी अवैध कपड़ा मार्केट बन गई थी। यहां सड़क किनारे दुकान लगने और खरीदारों वाहन पार्क करने से ट्रैफिक जाम हो रहा था। इसके साथ ही सेक्टर 6 चौक के पास भी फल और कुछ गुमटी वालों ने अतिक्रमण कर रखा था।
मस्जिद के से लेकर सुपेला फाटक तक काफी बड़ी संख्या में लोगों ने बेजा कब्जा कर रखा था। बीएसपी ने इन सभी की दुकानों को तोड़कर इस रोड को बेजाकब्जा मुक्त कर दिया है। नगर सेवाएं विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यदि इसके बाद दोबारा फिर से यहां अतिक्रमण करने की कोशिश की गई तो बीएसपी उनके खिलाफ जुर्माने की कार्रवाई करेगा।
सिविक सेंटर मार्केट के बाद यह दूसरी सबसे बड़ी कार्रवाई
बीएसपी के नगर सेवाएं विभाग ने टाउनशिप के मेन मार्केट सिविक सेंटर के बाद यह दूसरी सबसे बड़ी कार्रवाई की है। इससे पहले 6 जून को बीएसपी के तोड़ फोड़ दस्ता ने सिविक सेंटर में कार्रवाई कर नेहरू आर्ट गैलरी के बगल में स्थित 17 अवैध दुकानों को तोड़ा था। बीएसपी ने कार्रवाई से पहले इन दुकानदारों को कब्जा हटाने का नोटिस दिया था। इसके बावजूद भी जब कब्जा नहीं हटा तो इस पर कार्रवाई करते हुए दोबारा कब्जा न हो इसके लिए जेसीबी से गहरा गड्ढा खोद दिया गया।
सिविक सेंटर की यह जमीन 18 करोड़ से भी अधिक कीमत की बताई जा रही है। इन कब्जा धारकों के पक्ष में भिलाई नगर विधायक देवेंद्र खुलकर आए थे, लेकिन उनकी चेतावनी के बाद भी बीएसपी ने कार्रवाई नहीं रोकी।