Bijapur-Sukma Border पर मिला हिडमा का गुप्त बंकर, जवानों ने लाखों की नकदी और 10 लैपटॉप किए जब्त
Bijapur-Sukma Border: छत्तीसगढ़ के बीहड़ जंगलों में नक्सल विरोधी अभियान के तहत एक बार फिर सुरक्षा बलों को बड़ी कामयाबी मिली है। इस बार बीजापुर-सुकमा बॉर्डर पर सुरक्षाबलों को मोस्ट...

18, April, 2025 | बीजापुर। Bijapur-Sukma Border: छत्तीसगढ़ के बीहड़ जंगलों में नक्सल विरोधी अभियान के तहत एक बार फिर सुरक्षा बलों को बड़ी कामयाबी मिली है। इस बार बीजापुर-सुकमा बॉर्डर पर सुरक्षाबलों को मोस्ट वांटेड नक्सली हिडमा का बंकर मिला है। यह बंकर अत्याधुनिक तरीके से सीमेंट, ईंट और कंक्रीट की मदद से जमीन के नीचे तैयार किया गया था, जिसमें हिडमा के ठहरने और कामकाज की पूरी व्यवस्था थी।
जानकारी के अनुसार, जवानों ने यह कार्रवाई अबूझमाड़ के घने जंगलों में कासोड़ और कुमरादी इलाके में की है, जिसे नक्सलियों का मजबूत गढ़ माना जाता है। यहां मिले बंकर से जवानों ने भारी मात्रा में नक्सली सामान जब्त किया है। खास बात यह रही कि इस बंकर से जवानों को लाखों रुपये की नकदी और 10 लैपटॉप बरामद हुए हैं, जिससे संकेत मिलता है कि नक्सली तकनीक का भी जमकर इस्तेमाल कर रहे हैं।
हिडमा द्वारा उपयोग किए जाने वाले इस बंकर को इतनी कुशलता से छिपाकर बनाया गया था कि सामान्य नजरों से इसका पता लगाना मुश्किल था। यह बंकर न सिर्फ ठहरने के लिए था, बल्कि नक्सली गतिविधियों की योजना बनाने और डेटा स्टोरेज के लिए भी इस्तेमाल किया जा रहा था। बरामद लैपटॉप्स से नक्सलियों की अंदरूनी रणनीति, नेटवर्क और अन्य डिजिटल साक्ष्य मिलने की संभावना जताई जा रही है।
सुरक्षा एजेंसियों के लिए यह बरामदगी बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है, क्योंकि यह पहली बार नहीं है जब हिडमा से जुड़ा कोई ठिकाना मिला हो, लेकिन इस बार उसके ठिकाने से तकनीकी उपकरण और कैश की बड़ी मात्रा मिलना यह दिखाता है कि नक्सली अपने अभियान को हाई-टेक स्तर पर ले जाने की कोशिश कर रहे थे।
फिलहाल सुरक्षा बलों ने बरामद सामग्री को जब्त कर लिया है और आगे की जांच जारी है। एजेंसियां लैपटॉप में मौजूद डेटा को खंगालने में जुट गई हैं ताकि नक्सलियों की आगामी रणनीतियों का खुलासा किया जा सके। अधिकारियों का मानना है कि इस कार्रवाई से नक्सल नेटवर्क को बड़ा झटका लगा है।