15.07.22| देश के इतिहास में पहली बार अनुसूचित जनजाति वर्ग की बेटी उस सर्वोच्च पद में बैठने जा रही है. इसमें किंतु-परंतु नहीं निकालना चाहिए. कांग्रेस के विधायकों को अपनी अंतरात्मा की आवाज से वोट देकर उन्हें सहयोग करने का आग्रह करता हूं. यह बात पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू को समर्थन दिए जाने पर कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव राजेश तिवारी के बयान पर कही.
राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू छत्तीसगढ़ के जनप्रतिनिधियों से समर्थन मांगने के लिए आज सुबह रायपुर पहुंची थीं. विधायकों व सांसदों से मुलाकात के बाद वे मध्यप्रदेश के लिए रवाना हो गईं. राजधानी के होटल में आयोजित कार्यक्रम में मौजूद पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कहा कि द्रौपदी मुर्मू समर्थन जुटाने के लिए सभी राज्यों में जा रही हैं. छत्तीसगढ़ से बीजेपी के सभी सांसदों और विधायकों ने समर्थन दिया है. अच्छी बात ये रही कि जेसीसी के तीन और जनता कांग्रेस के दो विधायकों का समर्थन भी उन्हें मिल रहा है
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने द्रौपदी मुर्मू के प्रवास के संबंध में कहा कि अभी प्रत्याशी के रूप में आई हैं, लेकिन यह सर्वविदित है कि वह राष्ट्रपति बन रही हैं. महज औपचारिकता बाकी है. छत्तीसगढ़ के सांसद विधायकों से उनकी मुलाकात हुई है, उन्होंने समर्थन दिए जाने का आग्रह किया है. बीजेपी के साथ बसपा और जनता कांग्रेस के विधायक भी अपना समर्थन दे रहे हैं. पूरे देश में मिल रहे समर्थन से साफ है कि मुर्मू रिकॉर्ड मतों से राष्ट्रपति बनेंगी. वह ओडिशा आती हैं. ओडिशा और छत्तीसगढ़ का खानपान लगभग एक है. उनके राष्ट्रपति बनने से ओडिशा में हर्षोल्लास होगा, साथ ही छत्तीसगढ़ भी गौरवान्वित महसूस करेगा.
दलगत राजनीति से ऊपर उठकर करें वोट
कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव राजेश तिवारी के बयान पर कौशिक ने कहा कि कांग्रेस हमेशा आदिवासियों की बात करती है, लेकिन 50-60 साल तक सरकार में रहने के बाद भी उन्हें कभी आदिवासियों की सुध नहीं आई. आज नरेंद्र मोदी की सोच है कि दलित-आदिवासी को राष्ट्रपति पद पर बैठाया जाए, तो इससे कांग्रेस को पीड़ा होती है. पीड़ा इस बात को लेकर है कि आज उन्हें कर कुछ करने का मौका ही नहीं है. उन्होंने कहा कि राजनीतिक लाभ लेने के लिए राष्ट्रपति पद को सुशोभित नहीं किया जाता है. कांग्रेस को आज दलगत राजनीति से ऊपर उठकर वोट करना चाहिए. आदिवासी वर्ग से समाधान एक पद पर जाने से कई तरीके की संभावनाएं बनेंगी.