विधानसभा के मानसून सत्र: बृजमोहन अग्रवाल ने कहा- ‘छत्तीसगढ़ में सरकार है या नहीं? खेती करने की बजाय किसान..’
21.07.22| विधानसभा के मानसून सत्र में बीजेपी ने खाद-बीज की किल्लत पर सरकार से सवाल किया. भाजपा सदस्यों ने कहा कि आर्थिक तंगी की वजह से किसान आत्महत्या करने पर मजबूर हो रहे हैं. बीते साढ़े तीन सालों में 372 किसानों ने आत्महत्या की है. कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि माँग की तुलना में केंद्र से खाद-बीज का आवंटन बेहद कम है.
सदन की कार्रवाई के दौरान भाजपा ने खाद-बीज को लेकर स्थगन प्रस्ताव देते हुए सदन की कार्यवाही रोककर चर्चा की माँग उठाई. सदन में स्थगन प्रस्ताव की ग्राह्यता के बाद हुई चर्चा में बीजेपी विधायक शिवरतन शर्मा ने कहा कि दोगुनी क़ीमत पर किसानों को खाद-बीज की ख़रीदी करनी पड़ रही है. बिजली की अघोषित कटौती से भी किसान परेशान हैं. कहीं ट्रांसफार्मर ख़राब हुआ तो कई-कई दिन उसे ठीक करने कोई नहीं जाता.
बीजेपी विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में सरकार है या नहीं? खेती करने की बजाय किसान खाद-बीज लेने चक्कर लगा रहा है. बीज निगम के पास पैसा नहीं है. सौ करोड़ रुपये के लोन के लिए अप्लाई किया गया है. सरकार की सोसाइटी में खाद नहीं है, लेकिन खुले बाज़ार में बिक रहा है. सोसाइटियों से खाद नहीं मिल रहा है, लेकिन ब्लैक मार्केट में आसानी से मिल रहा है. केंद्र खाद का पर्याप्त आवंटन कर रहा है. केंद्र से अब तक 85 फ़ीसदी खाद राज्य सरकार को मिल चुकी है. इस सरकार में ना तो चीफ़ सेक्रेटरी को फुर्सत है और ना ही सेक्रेटरी को.